एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही अपने ट्विटर की डीपी को बदल लिया है. उन्होंने बाला साहेब ठाकरे के पैरों के पास बैठकर अपनी फोटो लगाई है. शिंदे ने बाला साहेब के साथ फोटो लगाकर महाराष्ट्र के लोगों को बड़ा संदेश दिया है. दरअसल अभी तक जितनी भी बार शिंदे मीडिया के सामने आए, उन्होंने बार-बार बाला साहेब के हिंदुत्व की बात की थी.
एकनाथ शिंदे जब से महाराष्ट्र से बागी विधायकों के साथ सूरत निकले, वो तभी से उद्धव ठाकरे पर कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन को लेकर आरोप लगा रहे हैं कि उद्धव ने बाला साहेब ठाकरे के विचारों और हिंदुत्व के साथ समझौता किया. शिंदे का कहना है कि बाला साहेब हमेशा कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ लड़े, लेकिन उद्धव ने उनके साथ ही हाथ मिला लिया.
वहीं एकनाथ शिंदे अपने गुट को असली शिवसैनिक बता रहे हैं. इससे पहले भी उन्होंने कहा है कि वो बाला साहेब के सिद्धांतों पर चलने वाले असली शिवसैनिक हैं. जानकारों की मानें तो अब एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब के साथ फोटो लगाकर शिवसेना पर अपना दावा भी पेश कर दिया है.
बीजेपी से गठबंधन की कर रहे थे वकालत
शिंदे लगातार कह रहे हैं कि शिवसेना का बीजेपी के साथ प्राकृतिक गठबंधन है, किसी और पार्टी के साथ गठबंधन करना बाला साहेब के विचारों से दूर जाना है. इसीलिए वो लगातार बीजेपी से गठबंधन की वकालत कर रहे थे.
उद्धव सरकार पर समझौता का आरोप
मुख्यमंत्री बनने से पहले देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान भी उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें महाविकास अघाड़ी सरकार में काम करने में परेशानी आ रही थी. उद्धव सरकार बाला साहेब के हिंदुत्व से समझौता कर रही है. वहीं बुधवार को उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा शहरों के नाम बदलने को भी उन्होंने जल्दबाजी में किया गया काम बताया.
वहीं देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा कि वो सत्ता के लालच में नहीं बल्कि हिंदुत्व के मुद्दे पर एकनाथ शिंदे को समर्थन दे रहे हैं. इससे पहले शिंदे गुट के एक विधायक ने आरोप लगाया था कि उद्धव ठाकरे सरकार में शिवसेना विधायकों की सुनवाई नहीं होती है, जबकि कांग्रेस और एनसीपी के विधायक उद्धव से सीधे मिल सकते हैं.
हिंदुत्व की ही थी पूरी लड़ाई
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की इस पूरी लड़ाई में हिंदुत्व और बाला साहेब की चर्चा ही दिखाई दी. इसी को देखते हुए एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब के साथ फोटो लगाकर जनता को संदेश दिया है कि वो बाला साहेब के हिंदुत्व से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे. इसी हिंदुत्व की लड़ाई में एकनाथ शिंदे को भारतीय जनता पार्टी का पूरा साथ मिल रहा है.