महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता देवेंद्र फडणवीस ने सुबह-सुबह सीएम पद की शपथ लेने के फैसले पर पछतावा जाहिर किया है. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर हमारे सहयोगी यूट्यूब चैनल 'मुंबई तक' को दिए एक इंटरव्यू में फडणवीस ने कहा उन्हें इसके लिए पछतावा है.
हालांकि इस दौरान उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी सरकार पर पूर्व सीएम फडणवीस ने जमकर हमला किया. उन्होंने कहा, शिवसेना के विश्वासघात करने के बाद जैसे को तैसा जवाब देने के लिए अजीत पवार के साथ मिलकर सरकार बनाई थी क्योंकि हमारी पीठ में छुरा घोंपा गया था.
उन्होंने कहा, 'हमने 'जैसे को तैसा' देने के बारे में सोचा, मुझे हमेशा इसके लिए पछतावा होता है और यह भी लगता है कि यह न होता तो अच्छा होता. मैं जानता हूं कि उस वक्त क्या हुआ था और किसने क्या किया था.'
फडणवीस ने कहा वो एक किताब लिख रहे हैं जिसमें जल्द ही सभी घटनाओं को उजागर करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में अभी "केवल सरकार है, शासन नहीं."
महाराष्ट्र सरकार ने छुपाया मौत का आंकड़ा: फडणवीस
फडणवीस ने महाराष्ट्र में कोरोना को गलत तरीके से संभालने के लिए उद्धव सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा, ''राज्य सरकार ने 10000 कोविड मौतों को छुपाया है. सरकार ने कोरोना की स्थिति को सफलतापूर्वक संभालने के लिए खुद की पीठ थपथपा ली लेकिन वे इस तथ्य को स्वीकार क्यों नहीं करते कि कुल कोविड मौतों में से देश में, 35% मौत अकेले महाराष्ट्र में हुई?"
फडणवीस ने मुंबई में विवादास्पद मेट्रो -3 परियोजना को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के अहंकार के लिए परियोजना को स्थानांतरित कर दिया गया.
वहीं महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के गिर जाने की अटकलों पर जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "सरकार जितनी स्थिर दिखती है, उसके गिरने की संभावना उतनी ही अधिक है."
उद्धव सरकार की स्थिरता और महाराष्ट्र में "ऑपरेशन कमल" के सवाल पर फडणवीस ने कहा, "हम कोई समय सीमा नहीं देंगे, मैं दोहराता हूं कि यह सरकार अपने वजन के कारण नीचे आ जाएगी.
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