महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है. सरकार में शामिल कांग्रेस ने शिवसेना और शरद पवार पर ही हमला बोल दिया है. इससे कांग्रेस और शिवसेना के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं. दरअसल, शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार के प्रवक्ता बन गए हैं. उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि बीते दिनों संजय राउत ने कहा था कि शरद पवार को यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानी UPA का अध्यक्ष बना देना चाहिए. फिलहाल UPA की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं.
पटोले बोले- राउत को कोई अधिकार नहीं
शिवसेना के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी (MVA) की सरकार का हिस्सा कांग्रेस भी है. शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्यसभा सांसद और शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत पर हमला करते हुए कहा, "संजय राउत शरद पवार के प्रवक्ता बन गए हैं. शिवसेना यूपीए का हिस्सा नहीं है. इसलिए उन्हें इस तरह का बयान देने का कोई अधिकार नहीं." उन्होंने आगे कहा कि वो इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि हम अपनी लीडरशिप को लेकर ऐसे किसी भी बयान को स्वीकार नहीं करेंगे.
क्या कहा था संजय राउत ने?
इस हफ्ते दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया था. उन्होंने कहा था, "अगर आप देश में विपक्ष को मजबूत करना चाहते हैं, तो शरद पवार जैसे नेता को यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. उनकी लीडरशिप सभी को स्वीकार्य है." उन्होंने ये भी कहा था कि देश में कई ऐसी पार्टियां हैं, जो न ही एनडीए का हिस्सा हैं और न ही यूपीए का. ऐसी पार्टियों को यूपीए में शामिल किया जाना चाहिए.
भाजपा ने इसे "कैट फाइट" बताया
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस और शिवसेना के बीच इस जुबानी जंग को "कैट फाइट" बताया है. उन्होंने कहा, "टीम का 16वां खिलाड़ी मांग कर रहा है कि किसे कैप्टन होना चाहिए. जो टीम से बाहर होता है, उसकी ऐसी किसी मांग की कोई वैल्यू नहीं होती."