महाराष्ट्र के अकोला में जिला नियोजन समिति की बैठक के दौरान बड़ा विवाद सामने आया. जिला परिषद के समाज कल्याण विभाग की 36 करोड़ रुपये की दलित निधि को लेकर भाजपा और ठाकरे गुट की शिवसेना आमने-सामने आ गई.
विवाद उस समय शुरू हुआ जब बैठक में शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा ग्रामीण इलाकों की निधि को शहर के विकास कार्यों में खर्च कर रही है. उन्होंने भाजपा विधायक और पालक मंत्री आकाश फुंडकर पर मनमानी करने का आरोप लगाया. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच जमकर बहस हुई. सूत्रों के अनुसार बहस के दौरान अश्लील भाषा का भी प्रयोग हुआ.
भाजपा और ठाकरे गुट की शिवसेना आमने-सामने
इस विवाद की खबर जैसे ही बाहर फैली, दोनों ही दलों के कार्यकर्ता जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने जमा हो गए. वहां भाजपा और शिवसेना कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नारेबाजी और धक्का-मुक्की हुई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत कराया. यह हंगामा करीब आधे घंटे तक चलता रहा.
दलित निधि को लेकर बीजेपी और ठाकरे गुट में हुआ विवाद
बाद में शिवसेना विधायक नितिन देशमुख मौके पर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने उन्हें कंधे पर उठाकर नारेबाजी की. भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया और उनके खिलाफ भी नारे लगाए. वहीं भाजपा विधायक रणधीर सावरकर और पालक मंत्री आकाश फुंडकर ने किसी भी गाली-गलौज या हंगामे से इनकार किया. उन्होंने कहा कि बैठक शांतिपूर्ण ढंग से हुई और विपक्ष की गलतफहमी को दूर कर दिया गया.