मध्य प्रदेश के बैतूल में एक दर्दनाक हादसा हो गया. रेलवे ब्रिज पर फोटो शूट कराने और सेल्फी लेने की कीमत दो लोगों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी. दोनों ही दोस्त बताए जाते हैं. सूचना पाकर मौके पर पहुंची बैतूल पुलिस ने क्षत-विक्षत हाल में मिले शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है.
जानकारी के मुताबिक एक युवक फोटोग्राफर था और बीएससी नर्सिंग का छात्र था जबकि दूसरा युवक खेती करता था. दोनों के शव शाहपुर में रेलवे ब्रिज के पास क्षत-विक्षत हालत में मिले थे. बैतूल के शाहपुर में बरबटपुर स्टेशन के पास माचना नदी पर बने रेलवे ब्रिज के ऊपर दो युवकों के शव पड़े मिले थे. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया.
मृतकों की शिनाख्त रविवार को 19 साल के मुनील मर्सकोले और 21 साल के मुकेश उइके के रूप में हुई. घटना की जांच कर रही जीआरपी को शुरुआती जांच में पता चला कि दोनों शाम के समय बरबटपुर पुल पहुंचे थे. पुल के नीचे बाइक खड़ी करने के बाद दोनों दोस्त पुल पर चले गए. मुकेश के पास खुद का कैमरा भी था.
जीआरपी के मुताबिक दोनों मोबाइल और कैमरे से फोटोग्राफी में इतने मशगूल हो गए कि ट्रेन आने का पता ही नहीं चला. इसी दौरान दोनों वहां से गुजर रही दरभंगा एक्सप्रेस की चपेट में आ गए. हादसे में मुनील का सिर धड़ से अलग होकर दूर जा गिरा. मुकेश का शरीर रेलवे ब्रिज पर गिर गया. माथनी गांव के रहने वाले मुनील मर्सकोले के माता-पिता नहीं हैं.
बताया जाता है कि सुनील अपने मामा के पास रहता था और खेती करता था. बाकुड़ गांव का रहने वाला मुकेश उइके फोटोग्राफी करता था और बगडोना कॉलेज से बीएससी नर्सिंग का छात्र था. जीआरपी घटना की जांच कर रही है. जीआरपी के मुताबिक मृतकों के परिजनों के साथ ही ट्रेन के लोको पायलट का भी बयान लिया जाएगा.