केन्द्र सरकार से ओलावृष्टि को राष्ट्रीय आपदा और पांच हजार करोड़ के राहत पैकेज की मांग को लेकर गुरुवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरी कैबिनेट के साथ धरना और उपवास पर बैठे हैं.
सुबह दस बजे मुख्यमंत्री और और 22 कैबिनेट मंत्री रंग महल चौराहे पर बने धरना स्थल पर पहुंचे. गौरतलब है पिछले दो हफ्ते में प्रदेश में लगातार बारिश और ओले गिरने से 51 जिलों में से 49 जिलों के करीब दस हजार गांव की फसल खराब है. अरविंद केजरीवाल और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के धरने के बाद शिवराज ने भी यही रास्ता अपनाया है, लेकिन सरकार का कहना है उनका मुद्दा और तरीका बिल्कुल अलग है.
शिवराज का कहना है कि इस समय चुनाव से ज्यादा उन्हें किसान की चिंता है. शिवराज और पूरा मंत्रीमंडल दोपहर 2 बजे तक धरने पर रहेगा. दूसरी ओर सुषमा स्वराज की अगुवाई में सारे प्रदेश के सांसद आज राष्ट्रपति से मुलाकात कर मुआवजे की मांग करेंगे. शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है. इस समय मिशन 29 नहीं मिशन किसान चलेगा. इस समय हमें किसान को बचाना है. दो हजार करोड़ रुपये हमने पारित किए.