मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है. लॉकडाउन के चलते अन्य राज्यों से गृह राज्य लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की आकस्मिक दुर्घटना में मौत होने पर मृतक के परिजन को एक लाख और गंभीर रूप से घायल होने पर 25 हज़ार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी.
असल में, कोरोना लॉकडाउन के दौरान अपने घर लौट रहे मध्य प्रदेश के कई प्रवासी मजदूर हादसे का शिकार हो गए. इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने पीड़ित परिवारों को सहायता मुहैया कराये जाने का ऐलान किया है.
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महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल की पटरी पर जिन प्रवासी मजदूरों को एक मालगाड़ी ने रौंद दिया था वे मध्य प्रदेश के ही रहने वाले थे. उस दौरान औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन के पास हुए हादसे में 16 मजदूरों की मौत हो गई थी जबकि कई अन्य श्रमिक घायल हो गए थे. ये हादसा औरंगाबाद-जालना रेलवे लाइन पर 8 मई को सुबह 6.30 बजे के करीब हुआ था.
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ये सभी प्रवासी मजदूर अपने घर पैदल जा रहे थे, जिस दौरान ये हादसा हुआ. ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतक मजदूरों के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया था. उन्होंने रेल मंत्री से बात कर घायलों की सहायता करने को कहा था.
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