कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह के कमलनाथ को 'कमजोर मुख्यमंत्री' करार दिए जाने पर राज्य सरकार के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ बहुत मजबूत मुख्यमंत्री हैं. अगर मजबूत नहीं होते तो पूरी बीजेपी के लगे होने के बावजूद झाबुआ नहीं जीतते. मजबूत हैं तभी तो 28 हजार वोटों से वहां जीते हैं. बाकी लक्ष्मण सिंह एक वरिष्ठ नेता हैं. जो उनकी नेक सलाह होगी उनको देखा जाएगा.
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कांग्रेस के ही विधायक लक्ष्मण सिंह ने फिर से निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ को 'कमजोर मुख्यमंत्री' बताया था. लक्ष्मण सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई हैं और चांचौड़ा से कांग्रेस विधायक हैं.
'मजबूर मुख्यमंत्री बनकर काम मत करिए'
उन्होंने आगे कहा, 'अभी तक जो प्रयास हो रहे हैं कि सरकार बचाओ, बचाओ, बचाओ. अब प्रयास करिए सरकार चलाने के. सरकार चले क्योंकि अभी नीचे दिख नहीं रही है सरकार. इसी क्षेत्र में देख लीजिए आप काम नहीं दिख रहे हैं.'
कांग्रेस के एक वरिष्ठ विधायक द्वारा ही सरकार को कटघरे में खड़ा करने के बाद बीजेपी को कमलनाथ सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया. पूर्व मंत्री और नरेला से बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि मुझे लगता है कि लक्ष्मण सिंह जैसे सीनियर विधायक एक तरफ तो लगातार अपनी उपेक्षा से दुखी हैं और दूसरी तरफ सरकार के काम करने के तरीके से भी नाराज हैं इसलिए समय-समय पर सरकार को आईना दिखाते रहते हैं.'
पहले भी उठाए थे सवाल
सारंग ने कहा कि बीजेपी शुरू से ही कमलनाथ सरकार के काम करने के तरीके को उजागर करती रही है, लेकिन सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए कि आखिर उनकी ही पार्टी के विधायक बार-बार कांग्रेस सरकार पर ही उंगली क्यों उठाते हैं.'
ऐसा नहीं है कि लक्ष्मण सिंह ने पहली बार सूबे की कांग्रेस सरकार को घेरा है. इससे पहले भी लक्ष्मण सिंह ने कर्जमाफी ना होने को लेकर ना केवल कमलनाथ सरकार पर सवाल उठाए थे बल्कि राहुल गांधी तक से मध्य प्रदेश के किसानों से माफी मांगने तक की मांग कर डाली थी.