मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने भूख हड़ताल खत्म कर दी है. कांग्रेस विधायकों ने मध्य प्रदेश में बारिश और ओले से प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए भूख हड़ताल की थी. चार दिन से चल रही हड़ताल को खत्म करने का ऐलान कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने किया.
दिग्विजय सिंह ने राज्य सरकार की हठधर्मिता का संदेश किसानों तक पहुंचाने के लिए विधायकों के गांव-गांव जाने की घोषणा की है. राज्य विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के दौरान प्रदेश पर आई आपदा को लेकर हो रही विशेष चर्चा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जवाब से नाराज कांग्रेस विधायक 24 मार्च की रात से विधानसभा के अंदर धरने पर बैठ गए थे. उसके बाद 26 मार्च से सात विधायकों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. साथ ही अन्य विधायक धरने पर थे.
कांग्रेस विधायकों की 10 सूत्रीय मांगे हैं. उनकी मांग है कि किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाए, बिजली के बिल माफ किए जाएं, कर्ज वसूली स्थगित की जाए. सरकार पर
किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए विधायकों ने विधानसभा में ही विरोध प्रदर्शन हेतु भूख हड़ताल और धरना शुरू कर दिया था.
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह शुक्रवार को विधानसभा परिसर पहुंचे और विधायकों को नींबू पानी पिलाकर भूख हड़ताल व धरना खत्म कराया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक विधानसभा में धरना दे रहे थे, मगर सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगा है. सिंह ने घोषणा की है कि कांग्रेस का विधायक हर गांव में जाकर सरकार की हकीकत का खुलासा करेगा और किसानों को बताएगा कि सरकार का रवैया क्या है.