मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में गुरुवार को 9 नए चेहरे शामिल किए गए. इन सभी ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मंत्री पद की शपथ ली. इससे पहले काफी ना-नुकुर करने के बावजूद राज्य के लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह ने अपना इस्तीफा दिया. हालांकि उन्होंने सरकार से अपनी नाराजगी भी जाहिर की. वहीं राज्य के गृहमंत्री बाबू लाल गौर ने भी इस्तीफा दे दिया है.
दोनों ही मंत्री 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं. खबरों की मानें तो ज्यादा उम्र की वजह से बीजेपी ने इन्हें इस्तीफा देने के निर्देश दिए थे. इस बात का दोनों मंत्रियों ने विरोध किया था, मगर सरताज सिंह ने आखिरकार पार्टी के निर्देश को मान लिया और अपने पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि बाबूलाल ने इस्तीफा न देने का फैसला किया था. लेकिन गुरुवार शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने उन्हें इस्तीफा सौंप दिया है. वे इसे राज्यपाल के पास भेजेंगे.
Senior Mins Babulal Gaur & Sartaj Singh have sent their resignation to me, have forwarded it to the Governor: MP CM pic.twitter.com/ZojixmcglR
— ANI (@ANI_news) June 30, 2016
पार्टी में इन नए चेहरों को मिली जगह
गुरुवार को हुए कैबिनेट विस्तार में रुस्तम सिंह, अर्चना चिटनीस, ओम प्रकाश धुर्वे, जयभान सिंह पवैया ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. वहीं ललिता यादव, विश्वास सारंग, संजय पाठक, सूर्यप्रकाश मीणी और हर्ष सिंह ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली.
'चुनाव में उम्र नहीं काम जीत दिलाता है'
मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले बुजुर्ग मंत्री सरताज सिंह ने प्रदेश प्रभारी डॉक्टर विनय सहस्रबुद्धे और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान को खरी-खरी सुनाई. सरताज सिंह ने दोनों नेताओं से कहाकि पार्टी हाईकमान को यह संदेश पहुंचा दिया जाए कि चुनाव में उम्र नहीं बल्कि काम जीत दिलाता है.
सरताज सिंह ने उम्र को लेकर चल रही चर्चाओं पर कहा कि वह सरकार के उन मंत्रियों में से हैं, जिन्होंने सर्वाधिक दौरे किए हैं, अगर उम्र काम में बाधक होती तो ऐसी स्थिति नहीं होती. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंत्री के तौर पर राज्य की सड़कों की हालत बदली जा रही है, विभागीय कामकाज में बदलाव लाया गया है. विभाग में व्याप्त गड़बड़ियों को सुधारा गया है. आगामी ढाई वर्ष में सड़कों की स्थिति में और सुधार किए जाने की योजना है.