कृषि कानून और किसान आंदोलन के चलते चारों तरफ से हमले झेल रही भारतीय जनता पार्टी ने अब किसानों के भ्रम को दूर करने के लिए मेगा प्लान बनाया है. 'आजतक' को मिली जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी 15 और 16 दिसंबर को प्रदेश के 9 संभागों में कुल 7 बड़े किसान सम्मेलन करने जा रही है. इन सभी सम्मेलनों में भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता कृषि कानून के फायदे किसानों को बताएंगे. इसके अलावा कृषि कानून पर जो भ्रम किसानों के बीच फैला हुआ है उसे भी दूर करने की कोशिश इन किसान सम्मेलनों में की जाएगी.
किसानों के बीच कृषि कानून को लेकर पहली गलतफहमी को दूर करने की जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं को सौंपी गई है. इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया किसानों के बीच जाकर उन्हें कृषि कानून की खूबियां गिनाएंगे.
कौन कहां करेगा किसानों को संबोधित
'आजतक' को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पहला किसान सम्मेलन 15 दिसंबर को राजधानी भोपाल में होगा जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का संबोधन होगा. इसमे भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के किसानों को शामिल किया जाएगा.
15 दिसंबर: भोपाल के बाद इसी दिन उज्जैन संभाग में रखे गए किसान सम्मेलन में किसानों को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत संबोधित करेंगे.
16 दिसंबर: इस दिन जबलपुर संभाग के किसानों को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केन्द्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते संबोधित करेंगे.
16 दिसंबर: इसी दिन रीवा और शहडोल संभाग के किसानों का भ्रम दूर करने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
16 दिसंबर: हाल ही के उपचुनाव में भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान ग्वालियर-चंबल संभाग में हुआ है. ये इलाका ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का गढ़ है और इन दोनों ही नेताओं को यहां 16 दिसंबर को होने वाले किसान सम्मेलन में किसानों को संबोधित करने की जिम्मेदारी दी गई है.
16 दिसंबर: सागर संभाग की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद और मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव को दी गई है.
16 दिसंबर: मध्य प्रदेश के सबसे संपन्न किसानों वाले इंदौर संभाग की जिम्मेदारी बीजेपी के दो कद्दावर नेताओं को दी गई है. यहां भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा कृषि कानून पर किसानों के भ्रम को दूर करेंगे.
संभाग के बड़े नेता भी चलाएंगे अभियान
इसके अलावा संभाग के बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वह अपने संभाग में सभी सहकारी संस्थाएं, अपेक्स लेबल को-ऑपरेटिव संस्थाएं, एपीएमसी, मंडी, जिला सहकारी संस्थाओं में जनसंपर्क अभियान चलाएं और लोगों से कृषि कानून पर चर्चा करें.
किसानों को 'सच' और 'झूठ' के बारे में बताएंगे- कृषि मंत्री
'आज तक' से बात करते हुए मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि 'जिस तरह से राजनीतिक दल कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं और किसानों की आड़ लेकर किसान आंदोलन के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं, उसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में 2 दिनों तक अलग-अलग जगहों पर किसान सम्मेलन करने की योजना तैयार की है। इसमे किसान भाइयों को कृषि कानून पर फैलाए जा रहे झूठ और कृषि कानून से भविष्य में उन्हें होने वाले फायदे के सच की जानकारी दी जाएगी'.