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मंदिर में लड़की ने जीभ काटकर चढ़ाई, 5 घंटे तक पड़ी रही बेहोश

मध्य प्रदेश के रीवा में अंधी आस्था और अंधविश्वास के चलते एक लड़की ने अपने ही हाथों अपनी जीभ काट ली. जीभ कटने के बाद लड़की 5 घंटे तक बेहोश पड़ी रही और भक्त देवी भजन और पूजा अर्चना करने में जुट रहे.

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इस मंदिर में जीभ चढ़ाने की परंपरा
इस मंदिर में जीभ चढ़ाने की परंपरा

मध्य प्रदेश के रीवा में अंधी आस्था और अंधविश्वास के चलते एक लड़की ने अपने ही हाथों अपनी जीभ काट ली. जीभ कटने के बाद लड़की 5 घंटे तक बेहोश पड़ी रही और भक्त देवी भजन और पूजा अर्चना करने में जुट रहे.

देवी मंदिर में लड़की ने काटी जीभ
जीभ काटने का हैरान करने वाला ये मामला रीवा के रानी तालाब मंदिर का है. अनीता द्विवेदी नाम की युवती बुधवार को देवी दर्शन के लिए यहां आई और पूजा अर्चना के बाद ब्लेड से जीभ काटकर देवी को चढ़ा दी, जीभ काटने के तुरंत बाद अनीता बेहोश हो गई. आनन-फानन मे पुजारी ने अनीता के घर वालों को सूचना दी, लेकिन डॉक्टर या पुलिस को बुलाने की बजाय वहां मौजूद लोगों को भजन करने को कहा.

5 घंटे तक लड़की पड़ी रही बेहोश
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान अनीता लगभग पांच घंटे तक मंदिर में ही बेहोश पड़ी रही. अब अनीता ने अपने ही हाथों जीभ काटी ये फिलहाल किसी को नहीं पता. लेकिन करीब पांच घंटे तक बेहोश पड़े रहने के बाद अनीता अपने परिवार वालों के साथ घर चली गई. लगभग साठे पांच घंटे तक आस्था का यह खेल देवी मंदिर में चलता रहा और स्वास्थ्य महकमा और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही. पुलिस भी इस आस्था के प्रति लाचार नजर आई.

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पहले भी मंदिर में चढ़ाई गई है जीभ
रीवा के इस देवी मंदिर में अक्सर भक्त अपनी मान्यताओं को लेकर जीभ चढ़ाते रहे हैं. लोगों को मानना है कि यहां जीभ चढ़ाने से उनकी इच्छाएं पूरी होती है. इससे पहले भी नवरात्रि और अन्य त्योहारों में देवी मां को भक्त अपनी जीभ चढ़ाते हैं और भक्तों की इस अंधी आस्था या यूं कहें कि जुनून के आगे सब बेबस नडर आते हैं.

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