दतिया में रेलवे ट्रैक के पास 8 जुलाई को मिली बच्ची को किसी और ने नहीं, बल्कि उसी के पिता ने फेंका था. वह अपने घर में दूसरी बच्ची के जन्म को लेकर नाखुश था. यह खुलासा तब हुआ, जब बच्ची की मां उसे लेने के लिए दतिया पहुंची.
भोपाल निवासी टायर कारोबारी अंसार कुरैशी ने भोपाल जाते समय बच्ची को कपड़ों में लपेटकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था. शुक्रवार को उसकी मां आशमां अपनी मां नूरन के साथ बच्ची को लेने पहुंची. चिरुला पुलिस ने बच्ची के पिता अंसार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है.
इस मामले में बच्ची की मां आशमां का कहना है कि 22 जून को ग्वालियर के एक नर्सिंग होम में बेटी को जन्म दिया. सात जुलाई की रात जब आशमां हबीबगंज एक्सप्रेस के एसी कोच में ग्वालियर से भोपाल के लिए रवाना हुई, उस समय उसकी बेटी उसके पास थी.
आशमां को ट्रेन में नींद आ जाने के बाद उसे कुछ पता नहीं चला. सुबह भोपाल आने पर पति अंसार ने जब जगाया, तब देखा की बेटी गायब थी. जब आशमां ने पति से पूछा तो उन्होंने बताया कि बेटी दोस्त के पास है. दो दिन तक आशमां का पति लगातार झूठ बोलता रहा.
शक होने पर आशमां ने अपने मायके वालों को भी बुला लिया. आशमां के माता-पिता को ग्वालियर से फोन कर किसी ने बताया कि नवजात बच्ची की खबर एक अखबार में छपी है और बच्ची दतिया के एक अस्पताल में भर्ती है. इसके बाद दतिया प्रशासन से संपर्क किया गया और आशमां को उसकी बच्ची मिल गई.