पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर क्षेत्र में युवती को तेजाब डालकर जलाने का मामला पुलिसिया जांच के बाद सम्मान के नाम पर हत्या की कोशिश के रूप में सामने आया. इस मामले में पीड़िता के पिता, दो चाचा और उसके बहनोई को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पटना में अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) रविन्द्र कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पीड़िता के पिता की सहमति से उसके चाचा, जीजा, मामा और चचेरे भाई ने युवती को फर्जी तरीके से दुष्कर्म का नाटक रचाकर जान से मारने की कोशिश की और उसे मरा समझ सुनसान इलाके में सड़क के किनारे फेंक दिया. संयोग से युवती बच गई और पूरे मामले का खुलासा हो गया.
उन्होंने बताया कि संग्रामपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती को अपने ही इलाके के रूपेश यादव से प्यार था. रूपेश बंगलोर में रहता था. युवती 29 अप्रैल को रूपेश के पास जाने के लिए घर से भाग गई, परंतु वह गलती से चेन्नई पहुंच गई जहां युवती के जीजा रहते थे. इसकी सूचना रूपेश ने उसके जीजा को दी और जीजा उसे मुजफ्फरपुर ले आया.
मुजफ्फरपुर से मोतिहारी जाने के क्रम में युवती के परिजनों ने उसके कपड़े फाड़ डाले और उसके शरीर पर तेजाब डाल दिया तथा धारदार हथियार से उसके चेहरे पर कई वार कर दिया. युवती को मरा समझकर सभी लोग उसे फेंक कर भाग गए. इसकी सूचना पुलिस को मिली और पुलिस ने युवती का इलाज कराया और पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया.
कुमार ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस ने युवती के जीजा कृष्णा महतो, चाचा नारायण महतो आर राजेन्द्र महतो और पिता छबीला महतो को गिरफ्तार कर लिया है. दो आरोपी अभी भी फरार हैं.