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नल से पानी भरने पर दबंगों ने दलित महिला को पीटा

मध्य प्रदेश के सागर में अभी सरकारी नल से पानी भरने के विवाद में युवक को जिंदा जलाने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक बार फिर नल से पानी भरने के विवाद में एक महिला के साथ बद्तमीजी का मामला सामने आया है.

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मध्य प्रदेश पुलिस
मध्य प्रदेश पुलिस

मध्य प्रदेश के सागर में अभी सरकारी नल से पानी भरने के विवाद में युवक को जिंदा जलाने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक बार फिर नल से पानी भरने के विवाद में एक दलित महिला के साथ बदतमीजी का मामला सामने आया है.

दबंगो ने की महिलाओं से बदसलूकी
मध्यप्रदेश के सागर की सानोधा थाना क्षेत्र में एक दलित महिला द्वारा सरकारी नल पर पानी भरने को लेकर गांव के दबंगो ने उसके साथ मारपीट कर दी. इतना ही नहीं जब महिला अपने घर पहुंची तो इन दबंगो ने उस महिला की भाभी के साथ भी मारपीट करने की कोशिश की, जिसमे इन महिलाओं के साथ एक 4 दिन की मासूम बच्ची भी घायल हुई है.

दबंगो ने महिला से की मारपीट
पीडितों ने हमला करने वाले दबंगों पर छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया है. दरअसल बीते महीने की 12 तारीख को सागर जिले के सानोधा थाना क्षेत्र के शाहपुर चौकी अंतर्गत गांव में दलित महिला ने जब सरकारी नल से पानी भरने की कोशिश की तो इस गांव के दबंग श्रीराम यादव और उसके साथियों ने दलित महिला की नल से पानी भरने पर पिटाई कर दी.

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दलित परिवार के मुताबिक उन्होंने इसकी शिकायत शाहपुर चौकी में भी, लेकिन मामला पुलिस ने गंभीरता से नही लिया. इसका नतीजा ये हुआ कि जब दलित महिला की बहन दोबारा इस नल पर पानी भरने गई तो आरोपी श्रीराम यादव ने अपने साथियों के साथ इस युवती के साथ मारपीट कर दी. जब युवती जान बचाकर अपने घर की तरफ भागी तो इन दबंगो ने उसका पीछा किया और इस युवती की भाभी के साथ छेड़खानी कर उसे मारने की कोशिश की. इसी दौरान पीड़ित भाभी की 4 दिन की बेटी घायल हो गई. पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस से मदद न मिलने को लेकर एसपी से इस मामले की शिकायत की है. उनका कहना है कि वो अपने गांव में इन दबंंगों के आतंक के चलते नहीं जा पा रहे हैं. पुलिस ने उन्हें अब मदद का आश्वासन दिया है.

पुलिस ने कार्रवाई करने में देरी की
दूसरी तरफ अब तक कार्रवाई से बचती आ रही पुलिस पूरे मामले की जांच की बात कर रही है, लेकिन सवाल यही है कि पुलिस ने वक्त रहते कार्रवाई क्यों नहीं की. यदि वक्त रहते कार्रवाई होती तो आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद नहीं होते.

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