मध्य प्रदेश के हरदा के विधायक और कांग्रेस नेता डॉ. आरके दोगने ने सोमवार 12 बजे आत्मदाह की धमकी दी है. बीजेपी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमल पटेल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर डॉ. दोगने पिछले छह दिन से धरना पर बैठे हैं और पिछले तीन दिन से वो आमरण अनशन पर हैं.
डॉ. दोगने की बिगड़ती हालत देख और उनकी आत्मदाह की धमकी के मद्देनजर एहतियातन शनिवार देर रात पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. दोगने ने कहा, 'मैंने अभी तक अनशन नहीं तोड़ा है. पुलिस मुझे जबरदस्ती यहां लाई है. सोमवार 12 बजे आत्मदाह करने की अपनी घोषणा पर अटल हूं.'
डॉ. दोगने ने आरोप लगाया, 'पुलिस ने मुझे जबरदस्ती धरनास्थल से उठा लिया और कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज की गई. पुलिस ने बुजुर्गों को भी नहीं छोड़ा.' पुलिस लाठीचार्ज में घायल लोगों को भी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज की बात से इंकार किया है. हरदा एसएसपी मलय जैन ने कहा, 'विधायक दोगने आमरण अनशन पर थे. उनकी मेडिकल टेस्ट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. लाठीचार्ज की बात गलत है. हमारे पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं.'
क्यों आत्मदाह करने पर अड़े कांग्रेस विधायक?
दरअसल, मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान 20 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस नेताओं के बीच झड़प हुई थी. दोनों पक्षों की शिकायत पर एक दूसरे के
खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया गया. 23 मार्च को पुलिस ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया जो अभी भी जेल में है. जबकि बीजेपी
से जुड़े किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया. इस मामले में प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमल पटेल को भी आरोपी बनाया गया है. मामले में
शामिल बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर डॉ. दोगने भूख हड़ताल पर हैं और खुदकुशी करने की धमकी दी है.