मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनावों से पहले आईफा अवॉर्ड एक बार फिर सुर्खियों में है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि मध्यप्रदेश में आईफा अवॉर्ड अब नहीं होगा. आपको बता दें कि आईफा अवॉर्ड का आयोजन मध्यप्रदेश में करवाना कमलनाथ का एक बड़ा सपना था.
दरअसल, कमलनाथ ने फरवरी में इस बात की घोषणा की थी कि मार्च 2020 में भोपाल और इंदौर में आईफा अवॉर्ड होगा, लेकिन कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए इसे उस समय रद्द कर दिया गया था. फरवरी में भोपाल के मिंटो हॉल में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान और जैकलीन फर्नांडिस भी मौजूद थे जब आईफा अवॉर्ड की तारीख का ऐलान किया गया था.
तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ का दावा था कि इंदौर में आईफा अवॉर्ड का आयोजन होने से वहां के व्यवसायियों को फायदा होगा. इससे टूटिस्ट आएंगे और होटलों में भी लोगों के आने से पैसा आएगा. इसके साथ ही आईफा में आने वाले यदि उज्जैन, ओंकारेश्वर, मांडू जैसी जगहों पर जाएंगे तो इससे पर्यटन भी बढ़ेगा और आईफा अवॉर्ड से देश-विदेश में मध्यप्रदेश को पहचान मिलेगी.
शिवराज ने आईफा को बताया तमाशा
लेकिन इसके उलट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आईफा अवॉर्ड की कोई जरूरत नहीं है, यह तमाशा है और तमाशा मुझे पसंद नहीं है. आईफा बिल्कुल भी नहीं होगा, आईफा के नाम पर उद्योगपतियों से पैसे लिए गए. एक कंपनी से 4 करोड़ रुपये लिए जाने की मुझे ऐसी जानकारी मिली है. आईफा के तमाशे की जरूरत नहीं है'.
शिवराज को झूठ बोलने का बहाना चाहिएः कमलनाथ
कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज तो खुद ही तमाशा हैं. 15 साल तमाशे किए तो जनता ने उन्हें घर बैठा दिया. अब तमाशा है या नहीं ये जनता तय करेगी. शिवराज के कहने से कोई चीज तमाशा या गैर तमाशा नहीं बनती है. उनको बहाना चाहिए झूठ का, झूठ भी इनसे शरमा जाए'.