व्यापम घोटाला मामले में एक और संदिग्ध की मौत का खुलासा हुआ है. लापता वेटनरी स्टूडेंट अमित सागर की खोज के दौरान पता चला कि उसकी मौत फरवरी में ही हो चुकी है.
अमित सागर महू वेटनरी कॉलेज का छात्र था. बताया जाता है कि वह 18 फरवरी 2015 को अपने एक दोस्त की शादी में श्योपुर गया हुआ था. इसी दौरान माॅर्निंग वाॅक के समय पैर फिसलने से वह चम्बल नहर में डूब गया और उसकी मौत हो गई. एसपी बालाघाट गौरव तिवारी ने बताया कि फरवरी में वह एसआईटी के इनचार्ज थे और वनरक्षक भर्ती घोटाले के एक आरोपी ने अमित सागर का नाम लिया था.
अमित के परिजन व्यापम घोटाले में उनके बेटे का नाम बेवजह घसीटे जाने की बात कहते हुए उसकी मौत को स्वाभाविक करार दे रहे हैं. परिजनों का कहना है कि घोटाले में लिप्त आरोपी उनके मृत बेटे के नाम का सहारा लेकर बचने की कोशिश कर रहे हैं.
व्यापम घोटाले से जुड़े आरोपियों में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पहले रविवार को इंदौर जेल में बंद वेटनरी डॉक्टर नरेंद्र तोमर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, वहीं एक और आरोपी डॉक्टर राजेंद्र आर्या की ग्वालियर के अस्पताल में मौत हो गई थी.
व्यापम घोटाले में सबसे बड़ा मोड़ तब आया, जब मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश यादव की मौत लखनऊ के मॉल एवेन्यू में 25 मार्च को हुई थी. राज्यपाल रामनरेश भी इस घोटाले में आरोपी हैं.