झारखंड एटीएस प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ़ अभियान चला रही है, जिसके तहत धनबाद के वासेपुर से हिज्ब उत-तहरीर से जुड़े पांचवें संदिग्ध अमार यासर को गिरफ्तार किया गया है. अमार यासर 2014 में इंडियन मुजाहिदीन से कनेक्शन के आरोप में राजस्थान में गिरफ्तार हुआ था और 2024 में जमानत पर छूटा था; उस पर युवाओं को गुमराह करने का आरोप है.