झारखंड की सब्जियों के स्वाद अब विदेशी चखेंगे. कोरोना के इस काल में रांची की हरी सब्जियों की एक खेप दुबई के लिए भेजी गई है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने हरी झंडी दिखाकर सब्जियों को कोलकाता के लिए रवाना किया. कोलकाता से सब्जी सीधे दुबई भेजी जाएगी.
झारखंड ने आपदा में भी अवसर तलाश लिया है. वैश्विक महामारी कोरोना काल में झारखंड के किसानों की उगाई हरी सब्जियों को विदेश भेजने की शुरुआत हो गई है. विदेश में सब्जियों का निर्यात किया जाने लगा है. राजधानी के नगडी से इस अभियान की शुरुआत कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने हरी झंडी दिखाकर की. अब दुबई के लोग यहां की भिंडी, झींगी, कुंदरी, लहसुन, अदरक, खीरा और पेकची का स्वाद चखेंगे.
सब्जियों की पहली खेप रांची से सड़क के रास्ते कोलकाता के लिए भेजी गई है और वहां से कार्गो से दुबई भेजी जाएगी. गुरुवार को रांची से सब्जियों का निर्यात शुरू किया गया. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल ने कहा कि यहां की सब्जी की क्वालिटी अच्छी है और दूर-दूर तक यहां की सब्जी भेजी जाती है. यहां के किसानों की उगाई सब्जियों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा है. रांची से जोशुरुआत खाड़ी देश दुबई भेजने के लिए की गई है, उसका पैगाम दूर तक जाएगा.
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कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव अभिषेक आनंद ने कहा, लॉकडाउन की वजह से किसानों की उगाई सब्जियों का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा था. इस वजह से हजारों टन सब्जियां बर्बाद हो गई थीं. कई किसान भूखमरी के कगार पर पहुंच गए थे. यहां की सब्जियों को विदेश भेजने की शुरुआत अब हो गई है. दूसरी खेप भेजने की भी तैयारी कर ली गई है. बता दें, राज्य की सरकार कृषि निर्यात नीति के साथ-साथ कृषि के क्षेत्र में किसानों की बेहतरी के लिए व्यापक कृषि नीति भी बना रही है. यहां की सब्जियों को अब बड़ा बाजार मिल गया है. इससे सब्जियों का उचित मूल्य तो मिलेगा ही, जाहिर है किसानों का जीवन स्तर भी सुधरेगा.