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झारखंड कांग्रेस में बगावत, प्रदेश अध्यक्ष को हटाने में जुटे दिग्गज

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को झारखंड में मिली हार से पार्टी में बगावत के सुर बुलंद होने लगे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार को उनके पद से हटाने लिए वरिष्ठ नेताओं ने कवायद शुरू कर दी है.

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अजय कुमार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ (फाइल फोटो)
अजय कुमार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ (फाइल फोटो)

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को झारखंड में मिली हार से पार्टी में बगावत के सुर बुलंद होने लगे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार को उनके पद से हटाने लिए वरिष्ठ नेताओं ने कमर कस ली है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू, केंद्रीय मंत्री सुबोधकान्त सहाय और पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और राज्यसभा सांसद धीरज साहू से मुलाकात कर अजय कुमार को हटाने की मांग रखी.

पूर्व प्रेदश अध्यक्ष ने क्या कहा

प्रदीप बलमुचू ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार से कांग्रेस कार्यकर्ता हतोत्साहित हैं. इस हार के लिए कांग्रेस प्रदेश अजय कुमार जिम्मेदार हैं. ऐसे में हम लोगों ने गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की है. झारखंड में चंद महीने के बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष को बदला जाना चाहिए.

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उन्होंने कहा कि अजय कुमार कर्नाटक के रहने वाले हैं और प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी वह यहां नहीं रहते हैं. पिछले 6 महीने में महज 23 दिन ही वह झारखंड में रहे हैं और बाकी दिन उन्होंने दिल्ली व दूसरे अन्य जगह रहे. ऐसे में प्रदेश में कांग्रेस संगठन और पार्टी कैसे मजबूत हो पाएगी. प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए किसी मजबूत और जमीन से जुड़े नेता को पार्टी की कमान सौंपी जानी चाहिए.

हालांकि लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए अजय कुमार ने कांग्रेस आलाकमान को पहले ही अपना इस्तीफा सौंप दिया  हैं, लेकिन अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है. ऐसे में कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने अजय कुमार के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है.

जब हार पर मंथन के लिए हुई बैठक

बता दें कि पिछले दिनों लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद मंथन के लिए कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह की अगुवाई में बैठक बुलाई गई थी. बैठक शुरू होने से पहले ही प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ. अजय कुमार को हटाने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू हो गई और पार्टी के दो गुटों के कार्यकर्ताओं ने आपस में जमकर मारपीट की. कांग्रेस के सीनियर नेताओं का एक गुट प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार को हटाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है और इस ग्रुप को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय का समर्थन प्राप्त है.

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लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने झारखंड में जेएमएम, जेवीएम और आरजेडी सहित कई दलों के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था. इसके बावजूद नरेंद्र मोदी के विजय रथ को प्रदेश में नहीं रोक सके. गठबंधन के तहत कांग्रेस ने प्रदेश में सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से महज एक सीट सिंहभूम ही जीत सकी. जबकि प्रदेश की 14 में से बीजेपी गठबंधन ने 12 सीटों पर जीत हासिल की.

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