मोदी 3.0 के कैबिनेट में झारखंड से जगह बनाने वाली अन्नपूर्णा देवी दूसरी बार सांसद बनी हैं. इससे पहले वह 2019 में कोडरमा से बीजेपी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ी थीं. उस बार उनकी शानदार जीत पर बीजेपी ने उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री बनाया था. इस बार भी उन पर विश्वास जताते हुए दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली. उन्हें इस बार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
अन्नपूर्णा देवी का पूरा नाम अन्नपूर्णा देवी यादव है. वह पिछली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रालय में शिक्षा राज्य मंत्री रह चुकी हैं. वह झारखंड के कोडरमा से लोकसभा सदस्य हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में 2019 का आम चुनाव जीता था. वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं. इससे पहले वह राष्ट्रीय जनता दल में थीं.
पति की मृत्यु के बाद राजनीति में किया प्रवेश
बीजेपी में आने से पहले अन्नपूर्णा देवी आरजेडी में थी. वह आरजेडी की टिकट पर ही कोडरमा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से झारखंड विधान सभा के लिए चुनी गई थीं.अपने पति के अकस्मात मृत्यु के बाद साल 1998 में अन्नपूर्णा देवी को राजद प्रत्याशी के रूप में उतारा गया था और वे जीत गई थी. इस तरह अन्नपूर्णा देवी पहली बार विधायक बनी थीं. वह राज्य में खान मंत्री भी बनीं.
आरजेडी की टिकट से बनती रहीं विधायक
अन्नपूर्णा देवी का जन्म 2 फरवरी 1970 को अजमेरी, झारखंड (उस वक्त बिहार) में हुआ था. अन्नपूर्णा देवी की शुरुआती पढ़ाई लिखाई वहीं हुई. इसके बाद उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट किया. फिर उनकी शादी कोडरमा से विधायक रहे रमेश प्रसाद यादव से हो गई. पति की मृत्यु के बाद उन्होंने भी राजनीति में प्रवेश किया. 1998 में पहली बार आरजेडी की विधायक बनीं. वे राज्य खान मंत्री भी बनीं.
हेमंत सरकार में भी रहीं मंत्री
2000 और 2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. साल 2014 में अन्नपूर्णा को राजद का झारखंड प्रदेश अध्यक्ष का पद भी मिला. हेमंत सोरेन की सरकार में वह जलसंसाधन और बाल महिला विकास मंत्री बनीं.