जमशेदपुर सिविल कोर्ट में सोमवार को बदमाशों ने यूपी के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के स्टाइल में हमला कर दिया और गवाह को मारने की कोशिश की. हालांकि, इस हमले में गवाह को गोली नहीं लगी और बाल-बाल उसकी जान बच गई.
दरअसल सोमवार को जमशेदपुर सिविल कोर्ट में दोपहर को गेट नंबर 3 के पास बाइक सवार अपराधियों ने गवाही देने पहुंचे प्रवीण कुमार को टारगेट कर दो गोलियां दाग दी. गनीमत ये रही कि प्रवीण को गोली नहीं लगी.
कोर्ट परिसर में फायरिंग के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. मामले की सूचना मिलते ही सीतारामडेरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच में जुट गई है. इस संबंध में प्रवीण कुमार के वकील आनंद ने बताया कि मनप्रीत पाल हत्याकांड मामले में प्रवीण कि आज गवाही थी.
गवाही देकर कोर्ट से जैसे ही प्रवीण निकल रहा था, गेट नंबर 3 के पास एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने दो गोली चला दी. उन्होंने बताया गनीमत रही कि गोली प्रवीण को नहीं लगी. उधर गोली चलने की घटना के बाद वकीलों ने कोर्ट परिसर में सुरक्षा की गुहार लगाई है.
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं था, जब कोर्ट में गोलीबारी की घटना हुई है. इससे पूर्व गैंगस्टर अखिलेश के गुर्गों ने कोर्ट परिसर में उपेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी. इससे पूर्व उपेंद्र सिंह के गुर्गों ने भी कोर्ट परिसर में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाई गई. मगर, फिर भी अपराधी सारे सुरक्षा नियमों को तोड़कर सोमवार को गोली चलाने की घटना को अंजाम देने में सफल रहे.
घटना को लेकर बार एसोसिएशन के पदाधिकार अनील तिवारी ने कहा कि पुलिस को देखना चाहिए की पहले भी कोर्ट में गोली चली थी, जिसमें लोग मारे गए थे. उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि किसी अपराध में न्याय कैसे मिलेगा जब गवाह को ही टारगेट किया जा रहा है.