झारखंड के 13वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने राज्य के 10वीं पास छात्रों को टैबलेट देने और अगले पांच वर्षों में 25 लाख युवाओं को कौशल विकास कर रोजगार देने का वादा किया.
मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने वर्ष 2013 को युवा एवं क्षमता विकास वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा करते हुए हाईस्कूल पास सभी छात्रों को टैबलेट देने की गुरुवार को रांची के बिरसा मुंडा फुटबाल स्टेडियम में आयोजित भव्य झारखंड स्थापना दिवस कार्यक्रम में घोषणा की.
मुंडा ने कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में राज्य के कम से कम 25 लाख युवकों का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार देने की राज्य सरकार ने योजना बनायी है. उन्होंने कहा कि राज्य की युवा शक्ति का संपूर्ण उपयोग कर राज्य को विकास के सोपान पर सबसे ऊपर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है.
झारखंड सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री मुंडा ने कहा कि राज्य सरकार सभी सरकारी विभागों का कामकाज कागज रहित कर देना चाहती है और कागज का सरकारी दफ्तरों में उपयोग सिर्फ लोगों को आवश्यक प्रमाण पत्र या सरकारी पत्र देने तक सीमित कर दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकारी विभागों का कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है और सभी आंकड़े इंटरनेट पर उपलब्ध होंगे जिससे उनमें हेरफेर का भी डर नहीं रहेगा. मुंडा ने कहा कि सभी सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाने के लिए उन्हें आधार (यूआईडी) कार्ड से जोड़ा जायेगा.
उन्होंने कहा कि आधार कार्ड के उपयोग से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में दलालों की भूमिका समाप्त हो जायेगी जिससे आम लोगों को राहत मिलने की आशा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 को उनकी सरकार ने बिटिया वर्ष के रूप में मनाया जिससे राज्य में महिलाओं और बेटियों की स्थिति सुधारने में बहुत मदद मिली.
उन्होंने कहा कि युवाओं के कौशल विकास के लिए केन्द्र की विभिन्न योजनाओं का उपयोग किया जायेगा. इसी तरह छात्रों और युवाओं को टैबलेट उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार से बातचीत की जा रही है जिससे राज्य के युवकों को कंप्यूटर एवं इंटरनेट से जोड़ा जा सके. मुख्यमंत्री मुंडा ने कहा कि इंटरनेट और कंप्यूटर तथा टेबलेट के उपयोग से सरकार सरकारी योजनाओं को लोगों के घर-घर तक पहुंचाना चाहती है.
वर्ष 2013 को युवा वर्ष के रूप में मनाये जाने के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी युवाओं को यदि उचित अवसर मिलेगा और उनकी प्रतिभा सामने आ सकेगी तो राज्य हर क्षेत्र में विकास करेगा. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में राज्य के युवाओं की शक्ति के भरपूर उपयोग का लक्ष्य रखा गया है जिससे युवकों को अवसर मिलने के साथ साथ राज्य का विकास हो सकेगा.