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पश्चिमी सिंहभूम के जंगलों में मिले 30 आईईडी, नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. चाईबासा के जंगलों से 30 आईईडी बरामद किए गए हैं, जिन्हें नक्सलियों ने छिपाकर रखा था. सभी विस्फोटक बम निरोधक दस्ते द्वारा मौके पर ही निष्क्रिय कर दिए गए. यह कार्रवाई टोकलो थाना क्षेत्र में हुई, जहां सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त तलाशी अभियान चलाया था.

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यह एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर
यह एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षा बलों ने एक बार फिर नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. शुक्रवार को टोकलो थाना क्षेत्र के जंगलों में चलाए गए संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान 30 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज) बरामद किए गए हैं. ये सभी विस्फोटक दो-दो किलोग्राम वजनी थे और इन्हें मौके पर ही बम निरोधक दस्ते ने सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया.

पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को खुफिया इनपुट मिला था कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) ने टोकलो थाना और डलभंगा पुलिस आउटपोस्ट से सटे जंगलों में भारी मात्रा में विस्फोटक छिपाकर रखे हैं. इसके बाद एसपी के निर्देश पर सीआरपीएफ, झारखंड जैगुआर, एसएसबी और जिला सशस्त्र बल की एक संयुक्त टीम गठित की गई और इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया गया.

तलाशी के दौरान सुरक्षाबलों को जंगल में छिपाकर रखे गए 30 आईईडी मिले. ये विस्फोटक अत्यंत शक्तिशाली थे और इनका उपयोग सुरक्षा बलों को निशाना बनाने और इलाके में चल रहे नक्सल विरोधी ऑपरेशन को बाधित करने के उद्देश्य से किया जाना था. समय रहते इन विस्फोटकों की बरामदगी ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया है.

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह बरामदगी नक्सलियों की गतिविधियों को लेकर मिली महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर हुई है. अब सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच में जुट गई हैं कि इन विस्फोटकों को कब और कहां प्लांट किया जाना था, और इसमें कौन-कौन शामिल थे.

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इस सफलता के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बलों की गश्त और सख्ती और बढ़ा दी गई है. प्रशासन ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है.

 

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