जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पर्यटन को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से कैबिनेट और प्रशासनिक सचिवों की एक अहम बैठक बुलाई. इस मौके पर आज तक से बात करते हुए स्थानीय विधायक और पूर्व पर्यटन निदेशक फारूक अहमद शाह ने हाल की हिंसक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “हमने कहा कि वो इंसानियत का कतल है, कश्मीरियत का कतल है... टूरिज्म इस देर फर्स्ट कैजुअल्टी,” और उम्मीद जताई कि देश के लोग कश्मीर का साथ देंगे। सरकार सकारात्मक संदेश देने की कोशिश कर रही है, लेकिन लगभग 48 पर्यटन स्थलों का अभी भी बंद होना और 'बॉयकॉट कश्मीर' नैरेटिव जैसी चुनौतियाँ कश्मीर पर्यटन की राह में बड़ी बाधा बनी हुई हैं।