गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा और आतंकवाद व बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. पानी और रक्त एक साथ नहीं बह सकता. इसके अलावा, पुंछ में पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए गए और भविष्य में और बंकर बनाने की घोषणा की.