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हिजबुल आतंकी बशीर अहमद पीर की रावलपिंडी में हत्या, जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा का था निवासी

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी. बशीर जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहने वाला था और उसे पिछले ही सल गृह मंत्रालय ने यूएपीए के प्रावधानों के तहत आतंकी घोषित किया था.

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रावलपिंडी में अज्ञात हमलावर ने मारी गोली (प्रतीकात्मक तस्वीर)
रावलपिंडी में अज्ञात हमलावर ने मारी गोली (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जम्मू कश्मीर के रहने वाले एक आतंकी की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावर ने गोलीबारी कर हत्या कर दी. मारा गया आतंकी पाकिस्तानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा था. मारे गए हिजबुल आतंकी बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम पर भारत सरकार ने भी यूएपीए लगाया था. भारत सरकार ने उसे यूएपीए के प्रावधानों के तहत आतंकी घोषित किया था.

जानकारी के मुताबिक हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम पर सोमवार को पाकिस्तान के रावलपिंडी में हमला हो गया. एक अज्ञात हमलावर ने बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज पर हमला कर दिया. हमलावर ने बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिससे उसकी मौत हो गई.

बशीर पर हमला सोमवार की शाम हुआ जब वह एक दुकान के बाहर था. उसे आसपास मौजूद लोग गोलियों की तड़तड़ाहट थमने के बाद अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. बशीर अहमद पीर जम्मू कश्मीर का रहने वाला था. जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बाबरपोरा निवासी बशीर को अभी पिछले ही साल भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया था.

बशीर को अक्टूबर महीने में भारत सरकार ने घोषित किया था आतंकी
बशीर को अक्टूबर महीने में भारत सरकार ने घोषित किया था आतंकी

गृह मंत्रालय ने पिछले साल 4 अक्टूबर को बशीर यूएपीए एक्ट के प्रावधानों के तहत आतंकी घोषित किया था. बशीर अहमद पीर का नाम कई बार पाकिस्तान से घुसपैठ कर जम्मू कश्मीर आने वाले आतंकियों को रसद और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के आरोप में सामने आया था. इसके बाद गृह मंत्रालय ने उसे यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया था.

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बशीर अहमद पीर जम्मू कश्मीर से पाकिस्तान भाग गया था. बशीर अहमद पीर ने पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर को अपना ठिकाना बनाया था. बशीर अहमद पीर रावलपिंडी में बैठकर हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा था. वह रावलपिंडी में बैठकर ही जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए रसद और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का काम करता था.

 

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