जम्मू कश्मीर में इस साल 16 जुलाई तक सुरक्षाबलों ने 104 आतंकियों को मार गिराया है. गृह मंत्रालय ने लोकसभा में दिए लिखित जवाब में यह जानकारी दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय से लोकसभा के सांसद रामचरित्र निषाद ने सवाल पूछा था कि कश्मीर में सुरक्षाबल किस तरीके से आतंकियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लोकसभा को लिखित जानकारी दी है, जिसमें यह कहा है कि 16 जुलाई 2017 तक 104 आतंकवादियों को ढेर किया गया है, साथ ही यह भी जानकारी दी है कि हिज्बुल मुजाहिद्दीन का सुप्रीम कमांडर सैयद सलाउद्दीन जो पाकिस्तान में बैठा है उसने कश्मीर घाटी में कई हमले कराए गए हैं.
गृह मंत्रालय के जवाब में कहा गया कि सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की जानकारी है कि सलाउद्दीन हिजबुल के आतंकियों के जरिए सुरक्षाबलों पर हमले करवा रहा है. कश्मीर घाटी में मौजूद खुफिया एजेंसियों के पास जो सूचना है उसके मुताबिक मुठभेड़ स्थलों से बरामद कुछ हथियारों और वस्तुओं में दूसरे देशों की मार्किंग पाई गई है. इसके अलावा कई उग्रवादी समूह पाकिस्तान से हथियार और गोला बारूद की सहायता प्राप्त कर रहे हैं. अपने लिखित जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गोला बारूद देने के मामले में सीधे पाकिस्तान का हाथ बताया है.
आपको बता दें कि 'आजतक' के पास जो जानकारी मौजूद है, उसके मुताबिक़ पिछले सात साल में यह आतंकियों के मारे जाने का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे पहले 2010 में जनवरी और जुलाई के बीच सबसे ज्यादा 156 आतंकी मारे गए थे. पिछले साल इस अवधि में 77 आतंकी मारे गए थे. गृह मंत्री के एक अधिकारी के मुताबिक़ ऑपरेशन ऑल आउट के तहत जो अभियान विभिन्न आतंकी संगठनों के खिलाफ़ चलाया जा रहा है उसमें और तेजी लाई गई है.
घाटी में इस समय आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है. सुरक्षा एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक़ आतंकियों पर दबाव बनाने के लिए आतंक निरोधी अभियान जारी रहेगा. आतंकियों के खिलाफ ज्यादातर अभियान दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग में चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा, कुपवाड़ा और सेंट्रल कश्मीर के बडगाम में भी आतंकियों का एनकाउंटर किया गया है.