पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े तीन आतंकियों को जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में गुरुवार को एक नाके के दौरान गिरफ्तार किया गया. ये गिरफ्तारी पहलगाम हमले के ठीक दो दिन बाद हुई है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर के ही फ्रंट संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी. गरुरा हाजिन इलाके में आतंकियों से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया. इनमें एक चीनी पिस्तौल, दो मैगजीन राउंड और हैंड ग्रेनेड शामिल हैं.
22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला कर दिया था. ये इलाका 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से जाना जाता है और पैदल या घोड़े के सहारे ही वहां पहुंचा जा सकता है. इस हमले में 26 लोगों की मौत और 17 घायल हुए थे. 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह कश्मीर में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं.
हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े कूटनीतिक कदम उठाए हैं. पहला फैसला- भारत और पाकिस्तान के बीच स्थित ऑटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद किया जाएगा. जिससे दोनों देशों के बीच सीमित आवाजाही भी रुक जाएगी. दूसरा फैसला- पाकिस्तान में मौजूद भारत का दूतावास अब बंद किया जाएगा.
तीसरा फैसला- इंडस वॉटर ट्रीटी को भी रोक दिया है. इसका असर पाकिस्तान को काफी बड़े स्तर पर होगा. चौथा फैसला- भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है. पांचवां फैसला- अब पाकिस्तानियों को भारत का वीजा नहीं मिलेगा.