जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मंगलवार को पहलगाम में हैं. यहां उन्होंने कैबिनेट की विशेष बैठक की अध्यक्षता की. वो स्थानीय लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने भी आए हैं. मुख्यमंत्री ने उन पर्यटकों का भी धन्यवाद किया जो अब धीरे-धीरे कश्मीर में घूमने आ रहे हैं.
यह दौरा और कैबिनेट की बैठक ने पाकिस्तान को साफ संदेश भेजा है कि आतंकवाद पर्यटन को नहीं रोक सकता है. आतंकवाद कश्मीर के विकास में बाधा नहीं बन सकती है.
अब्दुल्ला बोले - आतंक और हिंसा से नहीं रुकेगा कश्मीर का पर्यटन और विकास
मीटिंग के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोग यहां बस सरकारी फॉर्मेलिटी पूरा करने नहीं आए. हम यहां से संदेश देने आए हैं कि आतंकवाद जम्मू-कश्मीर के टूरिज्म, खुशहाली और विकास को नहीं रोक पाएंगे.
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि टूरिज्म को 'संघर्ष-मुक्त गतिविधि' के तौर पर देखा जाना चाहिए. टूरिज्म पर जम्मू-कश्मीर की बड़ी हजारों परिवार की जीवनरेखा है, इसे संघर्ष और टकराव से अलग रखा जाना चाहिए.
फारूक अब्दुल्ला ने पर्यटकों से कश्मीर आने की अपील की, कहा- 'हम आपका इंतजार कर रहे हैं'
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने हालिया घटनाओं के बावजूद पर्यटकों से घाटी में आने की पुरजोर अपील की. उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोग पर्यटकों का इंतजार कर रहे हैं और अमरनाथ यात्रा भी . शुरू होने वाली है. अब्दुल्ला ने भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत की वकालत करते हुए कहा कि जंग किसी मसले का हल नहीं है और अमन के लिए संवाद जरूरी है. उन्होंने जम्मू कश्मीर में चुनाव नहीं कराए जाने पर भी चिंता व्यक्त की.
इनपुट: मीर फरीद