प्रवर्तन निदेशालय (ED) जम्मू ऑफिस ने हिजबुल मुजाहिदीन की सब्वर्सिव एक्टिविटी के फंडिंग से जुड़े नार्को-टेररिज्म मामले में मुख्य आरोपी लाड्डी राम को गिरफ्तार किया है. इससे पहले दो आरोपी अरशद अहमद अल्लाई और फैयाज अहमद डार को गिरफ्तार किया था.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आरोपी को नार्को-टेररिज्म मॉड्यूल के ऑपरेशन से जुड़े मामले में गिरफ्तारी किया है, जिसका जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साल 2019 में भंडाफोड़ किया था. पुलिस ने आरोपी के पास से ड्रग्स और अवैध नकदी जब्त की थी. ईडी की जांच में ड्रग तस्करी और आतंकवाद के बीच मिलीभगत के नेटवर्क का पता चला है.
ईडी के अनुसार, राम ने अरशद अहमद अल्लाई से सीमा पार से तस्करी की गई ड्रग प्राप्त की और उन्हें पंजाब और जम्मू-कश्मीर में वितरित और बेचता था. और इससे आने वाली आय को बैंकिंग लेनदेन के माध्यम से अल्लाई को वापस भेज दिया. इसके बाद अल्लाई ने सब्वर्सिव एक्टिविटी के लिए हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकवादियों को फंडिंग भेजी.
ईडी ने आरोपी लाड्डी राम को जम्मू में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश (नामित पीएमएलए कोर्ट) के समक्ष पेश किया, जहां से अदालत ने आरोपी को चार दिन की हिरासत में भेज दिया. इस मामले में ईडी ने लाड्डी राम से पहले अरशद अहमद अल्लाई और फैयाज अहमद डार को गिरफ्तार किया था. इस मामले में ये तीसरी गिरफ्तारी है.
जांच में एजेंसी को ट्रांसजेक्शन कॉम्पलेक्स वेब का पता चला है, जिसमें ड्रग की ब्रिकी के माध्यम से प्राप्त भारी नकदी जमा को धनराशि के वास्तविक सोर्स और प्रकृति को छिपाने के लिए कई संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से भेजा गया था.