जम्मू-कश्मीर के शोपियां में एक बार फिर आतंकियों ने बाहरी मजदूरों को अपना निशाना बनाया है. ये दोनों मजदूर टिन शेड में सो रहे थे और इलाके में मजदूरी का काम करते थे. बताया जा रहा है कि ये दोनों बाहरी मजदूर यूपी के रहने वाले थे. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज शोपियां के दौरे पर आने वाले थे, उससे पहले आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है.
शोपियां में आतंकियों ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो मजदूरों को अपना निशाना बनाया है. बताया जा रहा है कि दोनों मजदूर कन्नौज जिले के रहने वाले थे. इन दोनों की पहचान मनीष कुमार और राम सागर के रूप में हुई है. ये दोनों की टिन शेड में सो रहे थे तभी आतंकियों ने इनके ऊपर ग्रेनेड फेंका.
कश्मीर जोन के एडीजीपी विजय कुमार ने बताया कि शोपियां के हरमन में दो बाहरी मजदूर जोकि यूपी के कन्नौज जिले के रहने वाले थे, उनके ऊपर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका. इसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली, जिसके बाद प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाइब्रिड आतंकी इमरान बशीर गनी को गिरफ्तार कर लिया गया. उससे पूछताछ की जा रही है और आतंकियों को पकड़ने के लिए छापेमारी भी की जा रही है.
इससे पहले शोपियां जिले में बीते शनिवार को आतंकियों ने एक कश्मीरी पंडित को निशाना बनाया था. आतंकियों ने उस समय पूरन कृष्ण भट की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था जब वह शोपियां के चौधरी गुंड में बाग लगाने जा रहे थे. उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
उपराज्यपाल ने की निंदा, कहा- होगी कड़ी कार्रवाई
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि शोपियां में पूरन कृष्ण भट्ट पर आतंकियों का हमला कायराना हरकत है. पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं. मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि अपराधियों और आतंकियों को सहायता और उकसाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
घटना के विरोध में हुआ था प्रदर्शन
पूरन कृष्ण भट की हत्या के विरोध में एक ओर जहां जम्मू में प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने प्रदर्शन किया तो वहीं दूसरी ओर रविवार को कश्मीर के शोपियां के घंटाघर में हजारों कर्मचारी और स्थानीय लोग इकट्ठे हुए, जहां उन्होंने मोमबत्तियां लेकर मार्च निकाला और शोपियां में पूरन कृष्ण की हत्या के खिलाफ नारेबाजी की. कश्मीरी पंडित की आतंकियों द्वारा बेगुनाह हत्या के विरोध में यह कैंडल मार्च निकाला गया.