scorecardresearch
 

पुलवामा में सेना का आतंकियों पर प्रहार, दो दहशतगर्दों को घेरा, मुठभेड़ जारी

दोनों तरफ से लगातार फायर किया जा रहा है और भारी गोलीबारी होती दिख रही है. लेकिन सेना ने पूरे इलाके को घेर रखा है और लोगों की आवाजाही को भी सीमित कर दिया है.

Advertisement
X
पुलवामा में एनकाउंटर जारी ( सांकेतिक फोटो)
पुलवामा में एनकाउंटर जारी ( सांकेतिक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पुलवामा में सेना का आतंकियों पर प्रहार
  • दो दहशतगर्दों को घेरा, मुठभेड़ जारी

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों की आतंकियों संग जोरदार मुठभेड़ शुरू हो गई है. ये एनकाउंटर पुलवामा के क़सबयार इलाके में जारी है जहां पर दो आतंकी फंसे बताए जा रहे हैं. सुरक्षाबलों को इस इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था. इसके बाद पूरी तैयारी के साथ आतंकियों पर धावा बोला गया और अभी दोनों दहशतगर्द बुरी तरह फंस चुके हैं.

पुलवामा में एनकाउंटर जारी

दोनों तरफ से लगातार फायर किया जा रहा है और भारी गोलीबारी होती दिख रही है. लेकिन सेना ने पूरे इलाके को घेर रखा है और लोगों की आवाजाही को भी सीमित कर दिया है. पूरा प्रयास है कि दोनों आतंकियों को जिंदा पकड़ लिया जाए. वैसे जब से सेना ने ओवर ग्राउंड वर्कर्स को पकड़ना शुरू किया है, आतंकियों के खिलाफ जारी अभियान में काफी तेजी देखने को मिली है. अब इनपुट भी सटीक मिलते हैं और कार्रवाई भी ज्यादा सफल रहती है.

वैसे सरकार की माने तो इस साल घाटी में आतंकी घटनाओं में कमी देखने को मिली है. रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में बताया है कि जिस साल 370 निरस्त किया गया था, तब 594 आतंकी घटनाएं देखने को मिली थीं. लेकिन इस साल 15 नवंबर तक ये आंकड़ा 195 रह गया है. अब सरकार इसे जरूर अपनी सफलता मान रही है,लेकिन इस साल कई आम नागरिकों की हुई हत्या ने सभी को चिंता में डाल दिया है और घाटी से कई लोगों का पलायन भी देखने को मिल गया है.

Advertisement

आतंकी हमले हुए कम, नागरिकों की सुरक्षा खतरा

अक्टूबर महीने में ही कई बाहरी और आम नागरिकों को आतंकियों ने अपनी गोल का निशाना बनाया था. कभी मजदूरों पर हमला हुआ तो कभी किसी स्थानीय पर गोलियां बरसा दी गईं. ऐसे में इन हमलों के बढ़ने के बाद ही ओवर ग्राउंड वर्कर को पकड़ने का सिलसिला शुरू हुआ. अभी के लिए प्रयास है कि हर सक्रिय ओवर ग्राउंड वर्कर को गिरफ्तार किया जाए जिससे आतंकियों को निर्देश देने वाला कोई बचे ही नहीं.

ये भी पढ़ें

Advertisement
Advertisement