जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी की भारी जीत के कारण क्षेत्रीय दलों का प्रभाव कम होने के बीच आज उम्मीद जताई कि राज्यों के बीच जल के बंटवारे संबंधी समझौते और विदेश नीति जैसे मामले राष्ट्रीय हित के आधार पर तय होंगे.
उमर ने ट्वीट किया कि उम्मीद है कि विदेश नीति, जल के बंटवारे संबंधी समझौते और ऐसी अन्य बातें राष्ट्रीय हित के आधार पर तय होंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा में 30 से अधिक सदस्यों वाले क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को अजीब लगेगा, क्योंकि उनका केंद्र में कोई प्रभाव नहीं होगा.
Hopefully foreign policy, water sharing agreements & things like these can be dictated by what is in the national interest now onwards.
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) May 22, 2014
उन्होंने कहा कि 30 से अधिक सांसदों वाले क्षेत्रीय दलों को केंद्र में कोई खास प्रभाव नहीं होने के कारण बहुत अजीब लगेगा. इससे पहले वे छींकते थे तो केंद्र को सर्दी लग जाया करती थी. बीजेपी और 24 छोटे दलों के गठबंधन राजग ने संसद में 335 सीटें हासिल की हैं.
इनमें से बीजेपी ने 282 सीटों पर जीत दर्ज की है.