
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (LG Manoj Sinha) को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में उन्होंने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के नेताओं और पूर्व विधायकों को जानबूझकर निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
महबूबा ने कहा है कि जब घाटी में फिर से आतंकवाद बढ़ रहा है, तब उनकी पार्टी के नेताओं को बिना कोई आवास दिए सरकारी आवास खाली कराने को कहा है.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को लिखी चिट्ठी में महबूबा ने लिखा है कि बार-बार अनुरोध के बावजूद उनकी पार्टी के नेताओं और विधायकों को सुरक्षा नहीं दी जा रही है. प्रशासन ने उन्हें ये कहते हुए सुरक्षा देने से इनकार कर दिया है कि घाटी में आतंकवादी हैं, लेकिन इसी प्रशासन को उन्हें उनके सुरक्षित आवास से बेदखल करने में कोई दिक्कत नहीं है. महबूबा ने आरोप लगाया कि जानबूझकर उन्हें नुकसान पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
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उन्होंने ये भी कहा कि हाल के दिनों में चुने हुए प्रतिनिधियों को किस तरह निशाना बनाया गया है, ये हम सबने देखा है. यहां तक कि उन्हें मार भी दिया जाता है क्योंकि उनके पास पर्याप्त सुरक्षा नहीं है. महबूबा ने कहा कि पीडीपी के पूर्व विधायक जहूर मीर ने आतंकवाद का सामना किया है. उनके पिता को आतंकियों ने मार दिया था.
उन्होंने कहा कि एक ओर जहां कुछ नेताओं को सुरक्षा दी जाती है ताकि वो जम्मू-कश्मीर में कहीं भी आ-जा सकें तो दूसरी ओर पीडीपी के नेताओं के साथ भेदभाव किया जाता है. ये ऐसा ही है जैसे कि जानबूझकर उनकी जान को खतरे में डाला जा रहा हो.
महबूबा ने चिट्ठी में आखिरी में लिखा है कि अगर मेरी पार्टी के किसी भी व्यक्ति के साथ कुछ अनहोनी होती है तो उसके लिए प्रशासन की जिम्मेदारी होगी.