उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और बीएसएफ के विशेष महानिदेशक पी वी रामाशास्त्री ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा की गई गोलीबारी में शहीद हुए बीएसएफ हेड कांस्टेबल को श्रद्धांजलि दी. उनके अलावा, मुख्य सचिव ए के मेहता, गृह सचिव आर के गोयल, आईजीपी आनंद जैन, आईजी बीएसएफ डी के बूरा और मंडलायुक्त रमेश कुमार ने भी जम्मू में सीमांत मुख्यालय पलौरा कैंप में बीएसएफ जवान लाल फैम किमा को श्रद्धांजलि अर्पित की.
पुष्पांजलि समारोह के दौरान बिगुल बजाकर और अंतिम सलामी देकर उन्हें पूर्ण सैन्य सम्मान दिया गया. जवानों ने उनके जयकारे में नारे लगाए. किमा के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए उनके गृहनगर आइज़वाल भेजा जाएगा. रामगढ़ सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तान रेंजर्स की अकारण गोलीबारी में बीएसएफ के हेड कांस्टेबल शहीद हो गए. किमा को नारायणपुर बीओपी पर चोटें आईं और बाद में उनका देहांत हो गया. 50 साल की किमा मिजोरम के आइजोल की रहने वाली थीं.
शोपियां में आतंकी ढेर
उधर, शोपियां जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का एक आतंकवादी मारा गया. एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर जिले के कथोहलान इलाके में एक आतंकवादी की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि जैसे ही तलाशी दल के जवान संदिग्ध स्थान के पास पहुंचे, छिपे हुए आतंकवादी ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया गया.
प्रवक्ता ने कहा कि आगामी मुठभेड़ में, आतंकवादी की पहचान मैसर अहमद डार उर्फ आदिल के रूप में हुई, जो विश्राम पाईन का निवासी था, मारा गया और उसका शव मुठभेड़ स्थल से बरामद किया गया. वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन टीआरएफ से जुड़ा था. मुठभेड़ स्थल से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. प्रवक्ता ने बताया कि बरामद की गई सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है.