
भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई सटीक जवाबी कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलाबारी तेज कर दी है. बीते 13 दिनों से पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है, लेकिन हाल के दिनों में यह उल्लंघन और अधिक उग्र हो गया है.
सलामाबाद, उरी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई भारी तोपों की गोलाबारी के कारण कई मकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है. बुधवार रात किए गए हमले में एक घर पूरी तरह जलकर खाक हो गया. हालांकि इस इलाके में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन स्थानीय लोगों की संपत्ति को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.

पाकिस्तान की ओर से यह गोलाबारी उस समय की गई जब भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे. इन हमलों में आतंकी संगठनों को बड़ा नुकसान हुआ, जिससे बौखलाकर पाकिस्तान ने एलओसी के कई इलाकों में नागरिक आबादी को निशाना बनाना शुरू कर दिया.
पुंछ सेक्टर में इस गोलाबारी में कुछ निर्दोष ग्रामीणों की जान भी चली गई है. उरी सेक्टर के सलामाबाद क्षेत्र में अब तक किसी नागरिक की जान नहीं गई है, लेकिन जले हुए मकानों और बिखरी हुई गृहस्थी को देखकर हमले की गंभीरता को समझा जा सकता है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहले पाकिस्तान छोटे हथियारों से फायरिंग कर रहा था, लेकिन अब उसने भारी तोपखानों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों की जान और माल दोनों खतरे में हैं.

भारत ने पाकिस्तान की इन हरकतों का सख्ती से जवाब दिया है और सभी मोर्चों पर जवाबी कार्रवाई की जा रही है. नियंत्रण रेखा पर तनाव लगातार बढ़ रहा है और स्थिति संवेदनशील बनी हुई है. ग्रामीणों में भय का माहौल है, लेकिन वे भारत की सेना की कार्रवाई का समर्थन करते हैं. उनका मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वे सेना के साथ हैं, लेकिन उन्हें पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे हमलों से सुरक्षा की चिंता भी सता रही है.
सलामाबाद और इसके आसपास के क्षेत्रों में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, और लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. भारत-पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर बढ़ती यह स्थिति एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींच रही है.