बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर में बचाव दलों की खोज और निगरानी क्षमता को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार गूगल एप्प की मदद ले सकती है. ‘पर्सन फाइंडर’ नाम का यह गूगल एप्प विशिष्ट रूप से बनाया गया है, जिससे लोगों को किसी आपदा से प्रभावित हुए अपने परिजनों या दोस्तों के लिए पोस्ट करने और उनकी स्थिति का पता लगाने में मदद मिलती है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि वह गूगल के अधिकारियों से बात कर रहे हैं और इस सुविधा के मंगलवार सुबह से काम शुरू करने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक, गूगल ने सरकार को बताया कि उसके ‘ओपन सोर्स’ कंटेंट में जम्मू-कश्मीर विशेषकर कश्मीर घाटी की जगहों और निवासियों से जुड़े बहुत सारे आंकड़े और सूचनाएं हैं.
गौरतलब है कि राहत और बचाव दलों को बचाव कार्य में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें खराब संचार नेटवर्क और पानी का ऊंचा स्तर जैसी मुश्किलें शामिल हैं. इस सेटेलाइट बेस्ड एप्प से उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रभावितों तक पहुंचने के प्रयासों में मदद मिलेगी. एक बार अपडेट और एक्टिवेट किए जाने के बाद खोज और बचाव दल ‘पर्सन फाइंडर’ का इस्तेमाल किसी इलाके में रहने वाले लोगों के ठिकानों का पता करने और संकटग्रस्त जगहों से उन्हें बाहर निकालने के लिए लोग तैनात करने में कर सकते हैं.
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पिछले साल उत्तराखंड में बाढ़ के दौरान इस एप्प से काफी मदद मिली थी और एक बार एक्टिवेट हो जाने पर वेब और एसएमएस आधारित एप्प से एनडीआरएफ और भारतीय वायुसेना जैसी एजेंसियों के बचाव दलों को बहुत मदद मिलेगी.