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जम्मू: CRPF के 83वें स्थापना दिवस परेड में शामिल हुए अमित शाह, कहा- देश की रक्षा के लिए आपने कोई कसर नहीं छोड़ी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू में सीआरपीएफ के 83वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए. अमित शाह अपने दौरे के दौरान आगामी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियों का भी जायजा लेंगे.

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परेड की सलामी लेते अमित शाह. (फोटो- ANI)
परेड की सलामी लेते अमित शाह. (फोटो- ANI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पहली बार दिल्ली से बाहर मनाया गया सीआरपीएफ का स्थापना दिवस
  • 5 महीनों में अमित शाह का जम्मू का दूसरा दौरा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू के MA स्टेडियम में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के 83वें स्थापना दिवस परेड में शामिल हुए. इस दौरान वे  CRPF जवानों को संबोधित भी किया. यह पहली बार है जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से बाहर जम्मू-कश्मीर में CRPF स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. 

सीआरपीएफ जवानों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं सीआरपीएफ जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं.  मैं सीआरपीएफ के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं. ऐतिहासिक शहर जम्मू में सीआरपीएफ स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है. मैं सबसे पहले माता वैष्णो देवी को प्रणाम करना चाहता हूं. अमित शाह ने कहा कि जम्मू वह जगह है, जहां पं. प्रेम नाथ डोगरा और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक राष्ट्र, एक ध्वज, एक संविधान के लिए आंदोलन शुरू किया. हमें खुशी है कि हम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को पूरा कर सके.

अमित शाह ने कहा कि सीआरपीएफ ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने और आतंक के खिलाफ लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाके हों या कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों से लड़ रहे हों या पूर्वोत्तर, सीआरपीएफ ने देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में सीआरपीएफ की अहम भूमिका रहेगी. 

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देश में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने में सीआरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका

उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है और निष्पक्ष चुनाव एक लोकतांत्रिक देश की आत्मा है. जब भी भारत में लोकसभा या विधानसभा चुनाव होते हैं, सीआरपीएफ देश भर में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ ने लंबे समय से भारत में लोगों को सुरक्षा और सुरक्षा की भावना प्रदान करने का काम किया है. सीआरपीएफ जवानों ने देश में मुश्किल हालात में लोगों को राहत की सांस दी है. 

उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी के भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद, जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार हुआ है. जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी उपलब्धि वह अपार सफलता है जो हमारे बलों ने राज्य में आतंकवाद को नियंत्रित करने में हासिल की है.

सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री आगामी अमरनाथ यात्रा और प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में सुरक्षा व्यवस्था की भी जानकारी लेंगे. बता दें कि पिछले 5 महीनों में अमित शाह का जम्मू का ये दूसरा दौरा है. इससे पहले अमित शाह 5 दिनों के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे थे.

परेड का निरीक्षण करते अमित शाह. -फोटो- ANI

शुक्रवार को जम्मू पहुंचे अमित शाह ने आतंकवादी घटनाओं में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर के बहादुर जवानों के परिजनों को नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को सुरक्षित रखने के उनके समर्पण और वीरता पर पूरे देश को गर्व है. मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी पुलिसकर्मियों व उनके परिजनों के कल्याण के लिए कटीबद्ध है.

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परेड में शामिल सीआरपीएफ के जवान. फोटो- ANI

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, 27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में अस्तित्व में आया था. सरदार पटेल ने 1950 में 19 मार्च के दिन ही सीआरपीएफ को झंडा यानी 'प्रेजीडेंट कलर्स' प्रदान किया था. उसके बाद 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम के लागू होने पर इसे 'केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल' का दर्जा प्रदान किया गया.

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