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राज्यपाल बोले, सेना-पुलिस नहीं, कश्मीरी जनता कराती है अमरनाथ यात्रा

सत्यपाल मलिक ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए हम सभी सुरक्षा के इंतजाम कर रहे हैं, लेकिन यह यात्रा आर्मी या पुलिस द्वारा संचालित नहीं की जाती है. कई सालों से यह यात्रा कश्मीर के लोगों द्वारा संचालित हो रही है, खासकर हमारे मुस्लिम भाईयों द्वारा, यह सिर्फ उनके समर्थन से संचालित हो रही है.

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सत्यपाल मलिक (फाइल फोटो)
सत्यपाल मलिक (फाइल फोटो)

अमरनाथ यात्रा की शुरुआत सोमवार से हो रही है. यात्रा सफल बनाने के लिए सेना द्वारा सभी सुरक्षा इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं. यात्रा शुरू होने से पहले जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने एक बड़ा बयान दिया है. सत्यपाल मलिक ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए हम सभी सुरक्षा के इंतजाम कर रहे हैं, लेकिन यह यात्रा आर्मी या पुलिस द्वारा संचालित नहीं की जाती है. कई सालों से यह यात्रा कश्मीर के लोगों द्वारा संचालित हो रही है, खासकर हमारे मुस्लिम भाईयों द्वारा, यह सिर्फ उनके समर्थन से संचालित हो रही है.

अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रविवार को रवाना हो गया. यह जत्था सोमवार को पवित्र गुफा में दर्शन करेगा. जम्मू यात्री निवास से राज्यपाल के सलाहकार के. के शर्मा ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. नई व्यवस्था के तहत यात्री बालटाल और पहलगाम रूट से जा सकेंगे. दोनों रास्तों पर सुरक्षाबलों का सख्त पहरा है. आतंकी खतरे को देखते हुए अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा में 40 हजार जवान तैनात किए गए हैं. सेना की स्पेशल क्विक एक्शन टीम भी लगाई गई. एक जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा 15 अगस्त तक चलेगी. इस दौरान ढाई लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है.

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी 30 जून को कश्मीर घाटी के एक दिवसीय दौरे पर जाएंगे. सूत्रों के एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा से एक दिन पहले शाह 30 जून को बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे. केंद्रीय गृहमंत्री श्रीनगर में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे, जिसमें सेना, राज्य पुलिस, अर्धसैनिक बल, राज्य और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.

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