जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में पुलिस और जिला टास्क फोर्स ने गुरुवार को बाल विवाह के लिए मजबूर की गई 14 साल की लड़की को बचाया. उन्होंने बताया कि बाल हेल्पलाइन पर मिली सूचना के बाद उधमपुर जिले के पट्टनगढ़ लट्टी में ये रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. अधिकारियों ने गुरुवार को ये जानकारी दी है.
उधमपुर पुलिस द्वारा पहले से जारी किए गए पहले से जारी एडवाइजरी के बावजूद, कथित तौर पर 5 मई को विवाह संपन्न कराया गया.
मामला सामने आने पर बाल कल्याण समिति की सिफारिश पर कार्रवाई करते हुए, लड़की को 'देखभाल और संरक्षण की जरूरत वाली बच्ची' घोषित किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि लड़की को उसकी सुरक्षा और भलाई के लिए बाल देखभाल गृह में शिफ्ट कर दिया गया है. पुलिस ने बताया कि अवैध विवाह में शामिल सभी व्यक्तियों के खिलाफ बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
बता दें कि तमाम जागरुकता अभियानों से बावजूद देश के कई हिस्से से अभी बाल विवाद को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सका है. बीते माह राजस्थान के बूंदी जिले में अधिकारियों ने सोमवार को 14 बच्चों के विवाह रोके, जो 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के अवसर पर होने वाले थे. इसके अलावा फरवरी में महाराष्ट्र के ठाणे में बाल कल्याण विभाग ने एक बाल विवाह के होने से रोका है. यहां एक परिवार अपनी 16 साल की बेटी की शादी करने जा रहा था.