राजनीतिक दल चुनाव में वोट के लिए खटाखट रेवड़ी रूपी वादे तो कर लेते हैं. बाद में उन्हें ही पूरा करने में ऐसे आर्थिक संकट में राज्य उलझ जाता है. जिसके बाद मुख्यमंत्री और मंत्रियों को ये कहना पड़ता है कि वो अब दो महीने वेतन-भत्ता नहीं लेंगे. देखें वीडियो.