हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में तेजाब हमले की पीड़िता ममता का शुक्रवार को शहर के हनुमान घाट में पुलिस सुरक्षा में अंतिम संस्कार कर दिया गया. मरने से पहले ममता ने इच्छा जताई थी कि उनका अंतिम संस्कार यहीं किया जाए. उनकी इस अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए बेटे ने अपनी मां को मुखाग्नि दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही हनुमान घाट पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके.
दरअसल, ममता को न्याय दिलाने की मांग लगातार तेज होती जा रही है. सोशल मीडिया से लेकर स्थानीय लोग और मृतका के परिजन आरोपी पति को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय संगठनों ने आज शाम 6 बजे आईआईटी गेट से चौहट्टा बाजार तक कैंडल मार्च निकालने का निर्णय लिया है. लोग कह रहे हैं कि ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त न्याय मिलना बेहद जरूरी है.
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मरने से पहले लिखकर दी आखिरी मांग
जानकारी के मुताबिक, मरने से पहले ममता ने एक कागज पर अपना बयान लिखा था, जिसमें उन्होंने आरोपी पति नंदलाल को सख्त सजा देने की अपील की. पीजीआई चंडीगढ़ में छह दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद बुधवार रात करीब पौने 12 बजे ममता ने दम तोड़ दिया. इससे पहले उन्हें मंडी अस्पताल से एम्स बिलासपुर और फिर पीजीआई रेफर किया गया था.
तेजाब फेंकने के बाद छत से दिया धक्का
यह दर्दनाक घटना 15 नवंबर की शाम हुई थी, जब ममता के पति नंदलाल ने उन पर पहले तेजाब फेंका और फिर घर की छत से नीचे धक्का दे दिया. तेजाब से झुलसने और गिरने की वजह से ममता गंभीर रूप से घायल हो गईं. पड़ोसियों ने तुरंत उन्हें मंडी अस्पताल पहुंचाया, जहां से हालत बिगड़ने पर उन्हें बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया. इलाज के दौरान चोटें और तेजाब के जख्म गहरे होने के चलते उनकी हालत लगातार खराब होती गई.
आरोपी गिरफ्तार, अब चलेगा मर्डर केस
घटना वाले दिन ही पुलिस ने आरोपी पति नंदलाल को गिरफ्तार कर लिया था. एसपी मंडी अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि अब आरोपों में हत्या की धारा जोड़ी जा रही है और मर्डर केस के तहत कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी. पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार शाम ममता का शव मंडी लाया गया, जहां शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया.