हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शनिवार शाम भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) ने कहर मचा दिया. नीरमंड क्षेत्र के जगत खाना के पास सड़क किनारे खड़े लगभग 20 से 25 वाहन पानी और मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) नीरमंड मन्मोहन सिंह ने बताया कि शरशाया नाला में आई बाढ़ ने यह नुकसान पहुंचाया. यह नाला सामान्यतः सूखा रहता है, लेकिन अचानक भारी बारिश के कारण इसमें बाढ़ आ गई, जिससे सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां बह गईं.
सड़कें और रास्ते बंद
इस बाढ़ की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (हिंदुस्तान-तिब्बत रोड) पर भी यातायात प्रभावित हुआ है. रामपुर और किन्नौर के बीच झाकड़ी के पास पहाड़ों से मलबा गिरने के कारण हाईवे को बंद करना पड़ा.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें वाहन पानी में बहते हुए दिखाई दे रहे हैं. बाढ़ के कारण सतलुज नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. हालांकि स्थानीय लोग इसे बादल फटना बता रहे हैं, लेकिन प्रशासन का कहना है कि यह घटना भारी बारिश की वजह से हुई है.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने 27 और 28 मई के लिए हिमाचल प्रदेश के सभी 12 जिलों में 'येलो अलर्ट' जारी किया है. इस दौरान तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटा), गरज के साथ बिजली गिरने और बारिश की संभावना है. 25 और 26 मई को शिमला, सोलन, मंडी, सिरमौर, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा जिलों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है.
शनिवार को मौसम अधिकांशतः शुष्क रहा, लेकिन रोहरू में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं, जुब्बलहट्टी, चंबा और जुब्बल में हल्की वर्षा हुई. अधिकतम तापमान उना में 39.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम कीलॉन्ग में 7.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.