डेरा प्रमुख राम रहीम को साध्वी से रेप मामले में दोषी करार दिया गया है. कोर्ट के फैसले के बाद से ही पूरे हरियाणा में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. हरियाणा की मनोहर खट्टर सरकार सारे इंतजाम के बाद भी हिंसा को रोकने में में नाकाम रही. हरियाणा के कई इलाकों में धारा 144 लागू थी, लेकिन उसके बावजूद इतने सारे लोगों का इक्ट्ठा होना सरकार की चूक ही है.
मंत्री बोले - श्रद्धा पर नहीं है धारा 144
हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने फैसला आने से पहले एक बयान में कहा कि हमने हिंसा को रोकने के लिए धारा 144 लगाई है, लेकिन राम रहीम के भक्तों की श्रद्धा पर हम किसी भी तरह की कोई धारा नहीं लगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमारी इस मुद्दे पर पूरी मदद की है.
खट्टर ने भी चूक की बात मानी
वहीं आज तक से बात करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने कहा कि डेरा समर्थकों को उनके घर में बंद रखने की हमने भरपूर कोशिश की. ट्रेन, बसें और यातायात के सभी साधनों को रोका, लेकिन डेरा समर्थक पैदल पहुंच गए और अपनी पहचान भी छुपाए रहे. हमने उन्हें रोकने की भरपूर कोशिश की.
खट्टर ने कहा कि हमारे सुरक्षा बल दिन रात काम कर रहे हैं. हमने केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बल मांगे थे. पंचकूला में 6 कॉलम आर्मी तैनात की गई और 2 कॉलम सिरसा में तैनात की गईं. अब तक की हिंसा में 30 लोगों की मौत हुई है. कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने श्रेय लेते हुए कहा कि हमारा प्लान कामयाब रहा, स्थिति नियंत्रण में है. हिंसा में हुई मौतों को लेकर अफसोस है. खट्टर ने कहा कि व्यावसायिक संपत्तियों को पहुंचे नुकसान की भरपाई की जाएगी और मीडिया को भी हुए नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाएगा.