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हिसार: अधिकारी का तुगलकी फरमान, 'लड़कियों के लिए बंद हुए को-एड स्कूल के दरवाजे'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी को 'पढ़ाने और बढ़ाने' के अभियान बात करते हैं, लेकिन बीजेपी शासित हरियाणा में उल्टी गंगा बह रही है. प्रदेश के हिसार स्थित भगाना गांव में लड़कियों को 'को-एड' स्कूल में पढ़ाने पर ही पाबंदी लगा दी गई है. यह पाबंदी हिसार ब्लॉक-1 के शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने जारी किए हैं.

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Hisar
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी को 'पढ़ाने और बढ़ाने' के अभियान बात करते हैं, लेकिन बीजेपी शासित हरियाणा में उल्टी गंगा बह रही है. प्रदेश के हिसार स्थित भगाना गांव में लड़कियों को 'को-एड' स्कूल में पढ़ाने पर ही पाबंदी लगा दी गई है. यह पाबंदी हिसार ब्लॉक-1 के शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने जारी किए हैं.

हिसार के भगाना गांव में को-एड हाई स्कूल में मिडिल कक्षा तक लड़कियों के दाखिले पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस आदेश का अभिभावकों ने विरोध जताया है. पाबंदी से नाराज अभिभावक शनिवार को स्कूल पहुंचे. दिलचस्प बात यह है कि ग्राम पंचायत भी इस आदेश को गलत बताते हुए फैसले के विरोध में उतर आई है.

ग्राम पंचायत ने किया आदेश का विरोध
शिक्षा अधिकारी ने यह आदेश 29 अप्रैल को यह कहते हुए दिया था कि स्कूल में लड़कियों के दाखिले का कुछ ग्रामीणों ने विरोध किया है. लेकिन यह आदेश जारी करने से पहले अधिकारी ने ग्राम पंचायत से भी राय नहीं मांगी. ग्राम पंचायत खुद शिक्षा विभाग के इस फरमान पर हैरान है और इसे गलत बता रही है.

गांव भगाना में दो सरकारी स्कूल हैं. इनमें एक राजकीय माध्यमिक गर्ल्स स्कूल और दूसरा राजकीय को-एजुकेशन हाई स्कूल हैं. विभाग के नियमों की बात करें तो को-एजुकेशन हाई स्कूल में भी छात्राएं प्राथमिक, मिडिल या उच्च कक्षा में दाखिला ले सकती हैं. लेकिन ताजा आदेश में कहा गया है कि अभी जो छात्राएं को-एजुकेशन स्कूल में पढ़ रही हैं उन्हें गर्ल्स मिडिल स्कूल में ही दाखिला दिया जाए.

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दोनों स्कूल के प्रिंसिपल की है खींचतान!
सरपंच का कहना है की शिक्षा अधिकारी की और से आदेश आए थे और ये दोनों स्कूलों के प्रिंसिपलों की आपसी खींचतान के कारण यह फैसला लिया गया है. ग्राम पंचयत अपने स्तर पर मामले को देख रही है. हिसार के जिलाधिकारी ने भी कहा कि शिक्षकों की आपसी खींचतान के चलते ही यह हुआ है और अभिभावक किसी भी स्कूल में बच्चों को पढ़ा सकते हैं.

राजकीय गर्ल्स मिडिल स्कूल में पढ़ती है 170 छात्राएं स्कूल में प्राइमरी सेक्शन में 5वीं तक 110 छात्राएं हैं और छठीं से आठवीं तक 60 छात्राएं हैं. वहीं को-एजुकेशन हाई स्कूल में प्राइमरी सेक्शन में 30 छात्राएं, मिडिल सेक्शन में 22 छात्राएं और 9वीं और 10वीं में करीब 32 छात्राएं हैं. वहीं लड़कों की संख्या 235 के करीब है.

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