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हरियाणा में लगा देश का पहला 'ग्रेन एटीएम', लोगों को मशीन से मिलेगा राशन

इससे न केवल उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा. बल्कि सरकारी डिपुओं पर अनाज घटने का झंझट भी खत्म होगा और सार्वजनिक अनाज वितरण प्रणाली में पहले से अधिक पारदर्शिता आएगी.

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मशीन से मिलेगा राशन (फोटो- ट्विटर)
मशीन से मिलेगा राशन (फोटो- ट्विटर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अब 'ग्रेन एटीएम' से मिलेगा राशन
  • गुरुग्राम में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट

अब सरकारी अनाज लेने के लिए उपभोक्ताओं को न तो लंबी कतारें लगानी होंगी और न ही राशन कम मिलने की शिकायत का कोई मौका रहेगा. क्योंकि हरियाणा सरकार अब प्रदेश के उपभोक्ताओं के लिए 'ग्रेन एटीएम' स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है. हरियाणा के गुरूग्राम जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देश का पहला 'ग्रेन एटीएम' स्थापित कर दिया गया है.

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना है कि 'ग्रेन एटीएम' लगने से लोगों की सरकारी दुकानों से राशन लेने वालों के समय और पूरा माप न मिलने को लेकर तमाम शिकायतें दूर हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि इस मशीन को लगाने का मकसद 'राइट क्वॉवन्टटि टू राइट बेनिफिशरी' है. बता दें, दुष्यंत के पास ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग भी है.

उन्होंने कहा कि इससे न केवल उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा. बल्कि सरकारी डिपो पर अनाज घटने का झंझट भी खत्म होगा और सार्वजनिक अनाज वितरण प्रणाली में पहले से अधिक पारदर्शिता आएगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि ये मशीनें न केवल सरकारी डिपो संचालकों को अनाज वितरण में सहायक साबित होगी बल्कि इससे डिपो संचालकों का समय भी बचेगा. 

उन्होंने कहा कि गुरूग्राम जिले के फर्रुखनगर में यह पायलट प्रोजेक्ट लगाया गया है. इसके सफल होने के बाद इन अन्न आपूर्ति मशीनों को प्रदेशभर में सरकारी डिपो पर लगाने की योजना है.

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ऐसे काम करती है 'ग्रेन एटीएम' मशीन 

यह एक स्वचालित मशीन है जो कि बैंक एटीएम की तर्ज पर कार्य करती है. यूनाइटेड नेशन के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के तहत स्थापित की जानी वाली इस मशीन को ऑटोमेटिड, मल्टी कमोडिटी, ग्रेन डिस्पेंसिंग मशीन कहा गया है. इस कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी अंकित सूद का कहना है कि अनाज के मापतोल को लेकर इसमें त्रुटि न के बराबर है और एक बार में यह मशीन 70 किलोग्राम तक अनाज पांच से सात मिनट में निकाल सकती है. 

मशीन में लगी टच स्क्रीन के साथ एक बायोमेट्रिक मशीन भी लगी हुई है. जहां पर लाभार्थी को आधार या राशन कार्ड का नंबर डालना होगा. बायोमेट्रिक से सरकार द्वारा निर्धारित अनाज, लाभार्थियों को स्वत: मशीन के नीचे लगाए गए बैग में मिल जाएगा. इस मशीन के माध्यम से तीन तरह के अनाज गेहूं, चावल और बाजरा का वितरण किया जा सकता है. फिलहाल फर्रुखनगर में स्थापित 'ग्रेन एटीएम' मशीन से गेहूं का वितरण शुरू कर दिया गया है.

 

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