क्राइम ब्रांच की कस्टडी में चोरी के एक आरोपी द्वारा आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है. इस घटना ने पुलिस की पूछताछ प्रक्रिया और हिरासत में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस कमिश्नरेट ने इस संवेदनशील मामले को देखते हुए न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और कारण मौजूद है.
जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की टीम चोरी के मामलों में आरोपी से पूछताछ कर रही थी. पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपी को हवालात में बंद किया गया. आरोप है कि हवालात में बंद किए जाने के कुछ ही समय बाद आरोपी ने खिड़की से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
हवालात में बंद करने के कुछ देर बाद खिड़की से फंदा लगाकर की आत्महत्या
मृतक की पहचान 22 वर्षीय आसिफ के रूप में हुई है. वह राजस्थान के रामपुर का रहने वाला बताया जा रहा है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आसिफ के खिलाफ अलग अलग थाना क्षेत्रों में चोरी के आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे. इसी सिलसिले में क्राइम ब्रांच की टीम उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी.
पुलिसिया टॉर्चर की आशंका के बीच मामले में न्यायिक जांच के आदेश
गौरतलब है कि जब भी क्राइम ब्रांच किसी आपराधिक छवि वाले आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करती है, तो कई बार पुलिसिया पूछताछ को लेकर सवाल उठते रहे हैं. इस मामले में भी यह आशंका जताई जा रही है कि आरोपी पर पूछताछ के दौरान दबाव या टॉर्चर डाला गया हो सकता है. हालांकि पुलिस की ओर से फिलहाल इस संबंध में कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है.
पुलिस कमिश्नरेट ने पूरे मामले को गंभीर मानते हुए न्यायिक जांच की सिफारिश की है. जांच के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि आरोपी की मौत किन परिस्थितियों में हुई और क्या हिरासत में किसी तरह की लापरवाही या नियमों का उल्लंघन हुआ है. फिलहाल मामले की जांच जारी है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.