हरियाणा विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा पर संगीन आरोप लगे हैं. उन पर एक एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के अपहरण का इल्जाम लगाया गया है.
यमुनानगर में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट आंनद रावल पिछले तीन दिनों से लापता हैं. आनंद रावल के परिजनों का आरोप है कि कुलदीप शर्मा सहित कुछ लोगों ने उनका रंजिशन अपहरण करवा लिया है.
अगवा एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के परिजनों ने पुलिस पर राजनीतिक दबाव के चलते ढीली कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. पुलिस के इस ढुलमुल रवैये से गुस्साये परिजनों समेत सैंकड़ों लोगों की भीड़ ने छछरौली तहसील कार्यालय पर जोरदार हंगामा कर वहां जबरन ताला जड़ दिया. इस दौरान कुछ कर्मचारी तहसील कार्यालय के भीतर ही फंस गये थे जिन्हें बाद में निकाला गया.
परिवार की माने तो झगड़े की जड़ घरोंडा के पास राष्ट्रीय हाईवे पर स्थित धर्म ढाबा है जिसका मालिक स्पीकर कुलदीप शर्मा का रिश्तेदार है. ढाबे के मालिक की नजरों में पास लगती उनकी जमीन पर खड़े पेड़ खटक रहे है जिसे कटवाने के लिए वह बेवजह झगड़ा करने पर उतारू हो जाता है. ऐसे ही एक झगड़े में उसने अपने रिश्तेदार स्पीकर कुलदीप शर्मा के दबाव से एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट आंनद रावल के खिलाफ झगड़े की फर्जी एफआईआर दर्ज करवा दी थी. इस मामले को लेकर एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट मुख्यमंत्री से मिलने भी जा रहे थे. उन्होंने लिखित में एक शिकायत पत्र भी तैयार कर लिया था. लेकिन ऐन मौके पर कुलदीप शर्मा के इशारे पर एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट का अपहरण कर लिया गया.
आंनद रावल का 3 जनवरी को उस वक्त अपहरण कर लिया गया था जब वह देर शाम ऑफिस से अपनी निजी कार में घर की ओर लौट रहे थे. वह घर नहीं पहुंचे और 4 जनवरी को उनकी कार जगाधरी पावंटा-साहिब राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे संदिग्ध हालत में मिली. तीन दिन बीत चुके है मगर अभी तक ना तो पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. पीड़ित पक्ष ने महापंचायत कर पुलिस अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया है. पुलिस मामले में जवाब देने से बचती नजर आ रही है.